नई दिल्ली। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन शेयर बाजार की मजबूत शुरुआत हुई, लेकिन बाजार अपनी तेजी को बनाए नहीं रख सका। सोमवार को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स सुबह 373.76 अंकों की मजबूती के साथ 34,689.39 पर जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला इंडेक्स निफ्टी 102.3 अंकों की मजबूती के साथ 10,405.85 पर खुला।
हालांकि बाद के कारोबारी घंटों में बाजार ने अपनी मजबूत बढ़त गंवा दी। निफ्टी 58.30 अंक टूटकर 10,245.25 पर बंद हुआ। निफ्टी के 33 शेयर लाल निशान में जबकि 16 शेयर हरे निशान में बंद हुए।
वहीं सेंसेक्स 181.25 अंक टूटकर 34,134.38 पर बंद हुआ। सेंसेक्स में सबसे ज्यादा मजबूती आईसीआईसीआई बैंक, वेदांत, एचडीएफसी और भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों में रही। वहीं इंडसइंड बैंक, यस बैंक, रिलायंस और टाटा मोटर्स के शेयर में मुनाफावसूली की वजह से दबाव रहा। बैंकिंग शेयरों में तेजी से शुरुआत में बाजार को सपोर्ट मिला लेकिन बाद में यह काउंटर बिकवाली के दबाव में आ गया। बीएसई का बैंकिंग इंडेक्स करीब 100 अंक टूटकर बंद हुआ। इंडियाबुल्स हाउसिंग के शेयरों में शानदार 10 फीसद का उछाल देखने को मिला।
अंग्रेजी अखबार इकॉनमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक कंपनी ब्रिटेन स्थित ओकेनॉर्थ होल्डिंग्स में से अपनी 18.7 फीसद हिस्सेदारी बेचे जाने की योजना बना रही है।
बैंकिंग स्टॉक्स में आरबीएल बैंक का शेयर करीब 8 फीसद तक टूट गया। ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनली की तरफ से कंपनी के शेयरों को डाउनग्रेड किए जाने के बाद काउंटर बिकवाली के दबाव में आ गया। कच्चे तेल और रुपये पर होगी नजर विशेषज्ञों की माने तो रुपये की चाल और कच्चे तेल की कीमत में होने वाले उतार-चढ़ाव से भी बाजार की दशा और दिशा तय होगी।
गौरतलब है कि विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर महीने के पहले तीन सप्ताह में भारतीय पूंजी बाजार से करीब 32,000 करोड़ रुपये निकाले हैं। सितंबर में विदेशी निवेशकों ने 21,000 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की थी। विदेशी निवेशकों की पैसे निकालने की मुख्य वजह कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों, व्यापार मोर्चे पर जारी तनाव और अमेरिकी बॉन्ड पर मिल रहा बेहतर रिटर्न है।
No comments:
Post a Comment