उन्नाव। शारदा नहर में गिरी कार में सवार पांच व्यापारियों में से चौथा शव भी 48 घंटे बाद बरामद कर लिया गया है। इससे पहले स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एसडीआरएफ) ने गुरुवार सुबह तीन शवों को अलग-अलग क्षेत्र में स्थित नहरों से बरामद किया। पांचवे व्यापारी की तलाश में एसडीआरएफ व पीएसी के साथ 50 गोताखोरों के अलावा आसीवन, फतेहपुर चौरासी, औरास, सफीपुर और बांगरमऊ पुलिस भी जुटी है।
बांगरमऊ से संडीला रामलीला देखने जा रहे पांच व्यापारियों की कार मंगलवार देर रात शारदा नहर में गिर गई थी। बुधवार दोपहर तक कार तो निकाल ली गई, मगर कार सवार पांचों का पता नहीं चला था। गोताखोर, पुलिस और एसडीआरएफ टीम ने देरशाम तक खोजबीन की। अंधेरा होने पर तलाश बंद कर दी गई थी। गुरुवार सुबह मांखी क्षेत्र के पवई गांव के पास नहर पुल के पास पानी में शव दिखने पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकलवाया और जेब में मिले पर्स से रुपये व रामजी गुप्त नाम की पर्ची निकली। पुलिस ने बांगरमऊ पुलिस को सूचना दी। परिजनों ने शव की पहचान रामजी गुप्त के रूप में की। तीन घंटे बाद ही एसडीआरएफ टीम ने बांगरमऊ के सदीकपुर गांव के पास सूरज व आसीवन क्षेत्र के पेसरी पुल के पास बबलू का शव बरामद कर लिया। शुक्रवार सुबह शारदा नहर से ही शादीपुर गांव के निकट मिथुन का शव भी बरामद कर लिया। पांचवे व्यापारी संदीप चौधरी उर्फ संजय का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा।
आश्वासन बाद खुल सका जाम
सुबह नानामऊ तिराहे पर रामजी, बब्लू व सूरज के शवों को रख कर परिजनों व उनके समर्थकों ने तीन घंटे तक मार्ग पर जाम लगाए रखा। सूचना पर पहुंचे उपजिलाधिकारी प्रदीप कुमार, सीओ बांगरमऊ अम्बरीश सिंह भदौरिया और द्वय विधायक पंकज गुप्त व सफीपुर बंबालाल दिवाकर से नौकरी व आथिर्क मदद के आश्वासन बाद परिजन शवों को लेकर अंतिम संस्कार के लिए चले गए।
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