मुंबई। मुंबई के अरबपति कारोबारी आशापुरा इन्टीमेट फैशन लिमिटेड के एमडी हर्षद ठक्कर मुंबई के गुमशुदगी का रहस्य बरकरार है। वो पिछले 20 दिन से लापता हैं। हर्षद ने आखिरी बार 2 अक्टूबर को अपने दादर ऑफिस में मीटिंग ली, इसके बाद वह कहीं चले गए। हर्षद ने जाने से पहले गुजराती में एक पत्र लिखा है, जिसमें कम्पनी के निवेशकों से माफ़ी मांगी है। कुछ महीने पहले तक उनकी कम्पनी का वैल्यू 1000 करोड़ से ऊपर थी, लेकिन कुछ महीने से कम्पनी के शेयर लगातार गिर रहे थे और वैल्यू लगभग 300 करोड़ हो गया थी जिससे निवेशकों को घाटा हो रहा था।
जिस हर्षद ठक्कर ने सेल्समैन से 1000 करोड़ की कम्पनी तक का सफ़र किया, वो इतनी जल्दी हार मान जाएंगे ये ना तो परिवार विश्वास कर पा रहा है और ना ही कम्पनी से जुड़े लोग। लेकिन 20 दिनों से हर्षद ठक्कर का कोई पता नहीं है। वो दो अक्टूबर को मीटिंग के बाद निकले और फिर लौटकर नहीं आए। इसके बाद परिवार ने 3 अक्टूबर को उनके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। जांच के दौरान पुलिस को हर्षद द्वारा गुजराती में लिखा हुआ एक नोट मिला है, जिसमें उन्होंने निवेशकों से हानि के लिए माफी मांगी है।
ठक्कर 1993 में गुजरात से मुंबई आए थे। उन्होंने अपने अंकल के लिंजरी स्टोर में करीब तीन साल तक बतौर सेल्समैन काम किया। उसके बाद उन्होंने 1999 में अपनी कंपनी आशापुरा इन्टीमेट फैशन लिमिटेड शुरू किया। इससे पहले कुछ साल तक महिलाओं के ब्रांड बेचने वाली कपड़ों की दुकान में काम किया, अपनी कंपनी में ठक्कर ने वेलेंटाइन और ट्रिकी जैसे ब्रांड इंट्रोड्यूस किए, लेकिन पिछले कुछ महीनों से कम्पनी को किसी की नजर लग गई।
सूत्रों के मुताबिक नोट में हर्षद ने अपनी कंपनी को हुए नुकसान के लिए व्यावसायिक प्रतियोगियों को दोषी ठहराया है। ठक्कर ने 2013 में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में अपनी कंपनी आशापुरा इन्टीमेट फैशन लिमिटेड को लिस्टेड कराया। पिछले छह महीनों से आशापुरा इंटीमेट्स मुश्किल का सामना कर रही थी। कंपनी का टोटल मार्केट कैपिटलाइजेशन करीब 1000 करोड़ रुपये से कम हो गया था। कंपनी ने 10 अक्टूबर को एक बयान जारी कर अपने शेयरधारकों को एमडी के गायब होने और कंपनी की ग्रोथ के लिए सही कदम उठाने के बारे में सूचित किया। पुलिस ने हर्षद के परिवार के सदस्यों, सहयोगियों और दोस्तों से भी पूछताछ की है।
No comments:
Post a Comment