लखनऊ। उत्तर प्रदेश में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमाओं को अराजक तत्वों द्वारा तोड़े जाने का सिलसिला लगातार जारी है जो थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला राजधानी लखनऊ जिला का है। यहां शरारती तत्वों ने अंबेडकर प्रतिमा को तोड़ दिया। अंबेडकर की प्रतिमा खंडित हुई देखकर समाज के लोग भड़क उठे। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी और उप जिलाधिकारी पल्लवी मिश्रा पुलिस की टीम के साथ मौके पर पहुंची। पुलिस ने लोगों को समझाकर हालात काबू में किए। क्षेत्र में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी लोगों को समझाने में जुटे हुए थे। प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रतिमा को सही करवा दिया है।
जानकारी के मुताबिक, मामला इटौंजा थाना क्षेत्र के चतुराबाग गांव का है। यहां अराजक तत्वों ने आंबेडकर की प्रतिमा का दाहिना हाथ खंडित (तोड़) कर दी। मंगलवार सुबह जब समाज के लोगों ने ये नजारा देखा तो लोगों की भीड़ इकठ्ठा होने लगी। ग्रामीण सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया लिए आक्रोश बढ़ता देख पुलिस फोर्स बुला ली गई। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर गए। थाना प्रभारी इटौंजा शिवशंकर सिंह ने बताया कि कुछ अराजक तत्वों ने की माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है। फिलहाल गांव का माहौल पूरी तरह से शांत है।
इससे पहले भी कई जिलों में तोड़ी जा चुकी मूर्तियां
बता दें कि यहां मूर्ति तोड़ने के ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले उत्तर प्रदेश के एटा जिला के थाना जलेसर कस्बे में मोहल्ला गोला कुआं में तिराहे के पास स्थित संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर प्रतिमा को अराजक तत्वों ने तोड़ दिया था। वहीं आजमगढ़ में भी संविधान निर्माता की मूर्ति को निशाना बनाया गया था। यहां थाना अहरौला के गांव राजापट्टी में लगी बाबा साहब की प्रतिमा बीती रात तोड़ दी गई थी। इसके अलावा अभी हाल ही में सिद्धार्थनगर जिला के डुमरियागंज थाना क्षेत्र के गौहनिया गांव में आंबेडकर प्रतिमा तोड़ी गई थी। वहीं इलाहाबाद में भी मूर्ति तोड़ने के बाद तनाव पैदा हो गया था। इसके अलावा कई जिलों में और भी मूर्तियां तोड़े जाने के मामले प्रकाश में आये। विपक्षियों का कहना है कि एक तरफ जहां मोदी सरकार दलितों पर भरोसा जता रही है लेकिन भाजपाई गुंडे लगातार महापुरुषों की मूर्तियां तोड़कर तुक्षता का परिचय दे रहे हैं।
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