मुंबई। महाराष्ट्र में सत्तासीन भाजपा और शिवसेना के झगड़े पर कांग्रेस ने तंज कसे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री व पार्टी प्रदेश अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने दोनों दलों के झगड़े को बाहर तमाशा, अंदर कीर्तन करार दिया है। उन्होंने दोनों पार्टियों के झगड़े को दिखावटी बताया है।
बुलढाणा के चिखली में कांग्रेस की जनसंघर्ष यात्रा के दौरान चव्हाण ने कहा कि बीते चार साल में भाजपा-शिवसेना ने महाराष्ट्र के साथ केवल धोखाधड़ी की है। विकास के नाम पर राज्य की जनता को गुमराह किया जा रहा है। सरकार में रहते हुए दोनों दलों के झगड़े दिखावटी हैं। उनकी भूमिका हम दोनों भाई, मिलकर खाएं वाली है।
चव्हाण ने कहा कि सरकार केवल घोषणाबाजी करती है। सरकार के पास कोई योजना नहीं है। जिसके चलते किसानों की कर्जमाफी के लिए सरकार की तिजोरी में पैसे नहीं हैं। चव्हाण ने कहा कि पिछले चार साल में सरकार ने लोगों की उम्मीदों पर पानी फेरा है। झूठी घोषणाएं, झूठे सपने, झूठे वादे करने के सिवाए सरकार ने कुछ नहीं किया। जलशिवार युक्त योजना में घपले हुए हैं। सरकार के झूठे कारभार के कारण पूरे देश में भाजपा के खिलाफ वातावरण निर्माण हुआ है। पिछले चुनाव में भाजपा को केवल 30 प्रतिशत वोट मिले थे। शेष 70 फीसदी धर्मनिरपेक्ष वोटों में विभाजन होने के कारण भाजपा सत्ता में आई। आगामी चुनाव में वोट विभाजन रोकने के लिए सभी समविचारी और धर्मनिरपेक्ष दलों का महागठबंधन बनाने की कोशिश कांग्रेस कर रही है।
विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल ने कहा कि लोगों की समस्याएं सुलझाने के लिए सरकार होती है। परंतु यह सरकार लोगों के लिए बड़ी समस्या बन गई है। पिछले चार साल में लोगों का काम करने की बजाए सरकार ने सिर्फ तानाशाही की है। सरकार का असली चेहरा जनता के सामने न आ सके, इसलिए विपक्षी दलों पर जांच एजेसियों का दबाव डाला जा रहा है। सरकार के विरोध में खबरें न आएं, इसलिए मीडिया पर भी दबाव डाला जा रहा है। चिखली में आयोजित जनसभा में पूर्व मंत्री शिवाजीराव मोघे और वसंत पुरके सहित अन्य नेता मौजूद थे।
No comments:
Post a Comment