पाकिस्तान पर आतंकवादियों के खिलाफ ‘सार्थक कार्रवाई’ करने के दबाव को और बढ़ाते हुये अमेरिका के विदेश मंत्री माइकल पोम्पिओ ने पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से बात की और भारत के साथ मौजूदा तनाव को कम करने की प्राथमिकता पर बल देने पर जोर दिया।
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की भारत की नई चार्टेड नीति का समर्थन करते हुये श्री पोम्पिओ ने भारतीय वायुसेना की मंगलवार की कार्रवाई को ‘आतंकवाद के खिलाफ जवाबी कार्रवाई’ करार दिया है। उन्होंने यहां एक बयान में कहा, “मैंने पाकिस्तानी विदेश मंत्री कुरैशी से मौजूदा तनाव को कम करने की प्राथमिकता पर बल देने और अपनी जमीन पर सक्रिय आतंकवादी समूहों के खिलाफ सार्थक कार्रवाई करने के लिए कहा है।” भारत के हवाई हमले की कार्रवाई को स्पष्ट रूप से स्वीकृति देने का संकेत देते हुये श्री पोम्पिओ ने कहा, “26 फरवरी को भारत की आतंकवाद विराधी कार्रवाई के बाद मैंने क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाये रखने के लिए हमारी सुरक्षा साझेदारी और साझा लक्ष्य पर जोर देने के वास्ते भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बात की।”
उन्होंने कहा, “मैंने दोनों मंत्रियों से कहा कि भारत और पाकिस्तान को संयम बरतना चाहिए और किसी भी कीमत पर तनाव को बढ़ने से रोकना चाहिए।” उन्होंने कहा, “मैंने दोनों मंत्रियों को सीधी बातचीत को प्राथमिकता देने और आगे सैन्य कार्रवाई से बचने के लिए भी कहा है।” मंगलवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पिओ के साथ टेलिफोन पर हुई बातचीत का खुलासा किया। समझा जाता है कि श्रीमती स्वराज ने श्री पोम्पिओ को भारत की कार्रवाई के पीछे का उद्देश्य बता दिया है और इस बात से भी अगवत करा दिया है कि 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना की कार्रवाई में केवल जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों को निशाना बनाया गया था और किसी भी नागरिक को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया है।
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