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Tuesday 30 April 2019

कुम्भ मेले के लिए रोडवेज अधिकारी सम्मानित

एएमडी ने मेला अधिकारी की तरफ से प्रेषित प्रशस्ति पत्रों को किया वितरित

लखनऊ। सूबे के प्रयागराज में आयोजित हुए विश्व के सबसे बड़े धार्मिक समागम कुम्भ मेला 2019 के भव्य आयोजन में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की भी काफी अहम भूमिका रही। यूपी रोडवेज की 5500 बसों के नियमित संचालन और 503 कुम्भ शटल बसों की परेड को लेकर जो गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड बना, उसमें सभी रोडवेज कर्मियों की बराबर की सहभागिता रही। इसके लिए इस बार के कुुम्भ मेला अधिकरी व मंडलायुक्त प्रयागराज डा.आशीष गोयल ने परिवहन निगम के अधिकारियों को सराहनीय कार्य के लिए प्रशंसा पत्र दिए।

यूपी रोडवेज के प्रवक्ता अनवर अंजार ने बताया कि मंगलवार को इन प्रशंसा पत्रों का वितरण एएमडी राधेश्याम की उपस्थिति में संबंधित अधिकारियों को प्रदान किया गया। प्रशस्त्रि पत्र प्राप्त करने वाले अधिकारियों में जयदीप वर्मा सीजीएम टी, राजेश वर्मा सीजीएम ओ, पीआर बेलवारियार जीएम संचालन, साद सईद जीएम संचालन, अतुल भारती जीएम संचालन, राजीव चौहान जीएम संचालन, रवीन्द्र सिंह जीएम टेक्निकल, अताउर्र रहमान जीएम टी, आरएन वर्मा, उप. मुख्य यान्त्रिक अभियन्ता, एसके बनर्जी आरएम बरेली व अधिशासी अभियन्ता (पश्चिम) मोहम्मद इरफान शामिल हैं।

चुनाव ड्यूटी में वाहन नहीं देने पर दर्ज होगी एफआईआर

लखनऊ। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जरूरी वाहन नहीं भेजने वाले वाहन स्वामियों के खिलाफ परिवहन विभाग एफआईआर दर्ज कराएगा। इस बाबत लखनऊ आरटीओ प्रवर्तन विदिशा सिंह की ओर से निर्देश संबंधी पत्र जारी किया गया है। निर्देश में वाहन स्वामियों को चुनाव के मद्देनजर पोलिंग पार्टियों की रवानगी को लेकर गाड़ी उपलब्ध कराने की तिथि व समय का निर्धारण किया गया है। वाहन स्वामियों को तीन मई को सुबह 10 बजे तक गाड़ी उपलब्ध कराने का समय दिया गया है। भारी वाहन आशियाना स्थित स्मृति उपवन जबकि हल्के वाहन रिजर्व पुलिस लाइन में उपलब्ध कराए जाने हैं। लखनऊ में 6 मई को मतदान होना है।

मतदान के लिए पोलिंग पार्टियों की रवानगी के लिए वाहनों की उपलब्धता को लेकर पहले ही वाहन मालिक को सूचना भेजी जा चुकी है। वहीं जिन वाहनों पर अधिग्रहण आदेश तामील कराया जा चुका है और वे वाहन अगर ड्यूटी के लिए उपलब्ध नहीं होंगे तो वाहन स्वामी पर एक वर्ष की जेल, जुमार्ना अथवा दोनों की कार्रवाई की जा सकती है। आरटीओ की ओर से यह भी निर्देशित किया गया है कि जिन वाहनों के फिटनेस प्रमाणपत्र नहीं वे फिटनेस प्रमाणपत्र हासिल कर लें।

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