गाजियाबाद। हिंडन नदी पर अंग्रेजों के जमाने के ऐतिहासिक जर्जर पुल को तोड़कर बनने वाले नए पुल के निर्माण में लेटलतीफी पर जीडीए ने नाराजगी जताई है। हिंडन नदी पर बनने वाले 200 मीटर लंबे व 7.50 मीटर चौड़े तीन लेन के पुल के निर्माण का काम जनवरी में शुरू होना था। उससे पहले पुराने पुल के ध्वस्तीकरण का कार्य किया जाना था। लेकिन सरकारी निर्माण एजेंसी सेतु निगम की लेटलतीफी के चलते पुराना पुल टूटना तो दूर एक ईंट भी नहीं हिली है। काम में देरी पर जीडीए ने सेतु निगम से जबाव मांगने की तैयारी शुरू कर दी है। हिंडन के नए पुल के निर्माण में पहले ही एक साल से ज्यादा की देरी हो चुकी है। प्रोजेक्ट के लिए पहले ही जीडीए की अवस्थापना निधि की बैठक से 20 करोड़ के फंड का प्रावधान किया जा चुका है। सेतु निगम की धीमी रफ्तार से अब दिसंबर 2019 की समयसीमा में भी पुल का निर्माण कार्य पूरा होना संभव नहीं दिख रहा है। पुराने पुल के ध्वस्तीकरण में ही ढाई से तीन माह का समय लगने की संभावना जताई जा रही है। दूसरे नए पुलों के फाउंडेशन को बगैर नुकसान पहुंचाए पुराने पुल को ध्वस्त किया जाना है। लेकिन सेतु निगम एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा है।
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Monday, 1 April 2019
पुराने पुल के निमार्ण में देरी पर जीडीए ने जताई आपत्ति
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