लखनऊ। डीजीपी कार्यालय के पास जिस युवती का शव मिला था, उसकी दो सप्ताह पहले अपने गाजियाबाद निवासी दोस्त से बात हुई थी। पुलिस उसे आरोपित बनाते हुए मामले की कड़ियां जोड़ना चाह रही है, लेकिन उसके हाथ फिलहाल कुछ खास नहीं लगा है। पुलिस इस मामले में युवती के आत्महत्या करने की बात कह रही थी, लेकिन जिस तरह के तथ्य सामने आ रहे हैं, उससे उसकी ये थ्योरी फेल होती दिख रही है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने इस मामले में गाजियाबाद निवासी युवक को आरोपित बनाते हुए हिरासत में ले लिया है, लेकिन उसकी भी दो सप्ताह पहले ही युवती से बातचीत की पुष्टि हो पाई है। घर से गायब होने वाले दिन युवती ने आरोपित को वॉट्सऐप मेसेज भेजे थे, लेकिन उसने जवाब नहीं दिया है।
दोनों के फोनों की होगी जांच
सूत्रों के मुताबिक गाजियाबाद निवासी उदयराज ने पूछताछ में बताया कि युवती ने 31 मार्च को उसके पास मेसेज भेजे थे। उस वक्त वह काफी खुश लग रही थी। उदय का फोन खंगाला गया तो उसमें युवती के कई न्यूड फोटो मिले, लेकिन उसके वॉट्सऐप के बहुत सारे चैट डिलीट किए गए हैं। पुलिस युवती और आरोपित के फोन को फरेंसिक जांच के लिए भेज रही है। एएसपी पूर्वी सुरेश चंद्र रावत के मुताबिक आरोपित के फोन से पुलिस को चैट हिस्ट्री मिली है। सीसीटीवी फुटेज में भी युवती स्वेच्छा से जाती दिखी है। अब तक की जांच में सारे पहलू आत्महत्या की ओर इशारा कर रहे हैं।
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