पारा 43 डिग्री…कबाड़ बस और यात्री हुए बेदम | Alienture हिन्दी

Breaking

Post Top Ad

X

Post Top Ad

Recommended Post Slide Out For Blogger

Wednesday 29 May 2019

पारा 43 डिग्री…कबाड़ बस और यात्री हुए बेदम

कानपुर-लखनऊ हाईवे पर 20 किमी प्रति घंटे की गति से सरकती रही बस

गर्मी में यात्रियों का पारा चढ़ा, चालक-परिचालक ने जैसे-तैसे करके मनाया

फोरमैन ने झाड़ा पल्ला, कहा रजिस्टर में तो खराबी दर्ज ही नहीं

तरुणमित्र। दोहपर का समय जब पारा तकरीबन 43 डिग्री सेल्सियस…रोडवेज की कबाड़ बस और उसकी गति जब 20 किमी प्रति घंट तक हो जाये तो ऐसे मुश्किल सफर में यात्रियों का बेदम होना लाजिमी है। बुधवार दोपहर के समय कानपुर-लखनऊ हाईवे पर चलते-चलते बस की तकनीकी खराबी सामने आ गई और उसका वॉल्व और बोनट दोनों बाहर आने लगा। ऐसे में जब कंडक्टर व ड्राईवर ने संबंधित डिपो के फोरमैन को इसकी जानकारी दी तो उनका यही कहना रहा कि…जैसे-तैसे करके लखनऊ तक ले जाओ और वहीं पर बस खड़ी कर देना बाकी देखा जायेगा। अब ऐसी भीषण गर्मी में जब रोडवेज बस ने दगा देना शुरू किया तो उसमें सवार यात्रियों का भी पारा चढ़ने लगा। बहरहाल, खींचतान करते और यात्रियों को मनाते हुए रोडवेज बस करीब तीन घंटे में चारबाग पहुंची। इसके बाद तो उसमें सवार यात्रियों ने भी रोडवेज बस में सफर करने से तौबा ही कर लिया। वहीं आगे कैसरगंज तक टिकट बनवा चुके दो मुसाफिर तो काफी देर तक दूसरी बस में व्यवस्था बनाये जाने तक चारबाग बस अड्डे पर भटकते रहें।

आजादनगर डिपो की यह साधारण बस दोपहर 12 बजे के करीब कानपुर से लखनऊ के लिए चली और बीच रास्ते ही बस की गति कम होते-होते 20 किमी प्रति घंटा के न्यूनतम स्तर पर आ गई। हैरानी की बात तो यह रही कि जब आजादनगर डिपो के फोरमैन गोरख प्रसाद से इस बाबत पूछताछ की गई तो उनका यही कहना रहा कि रजिस्टर में तो वॉल्व खुले होने या इसके खराब होने की शिकायत ही नहीं लिखी थी। जबकि देखा जाये तो किसी भी डिपो में फोरमैन की पूर्णतया जिम्मेदारी होती है कि वो रूट पर भेजने से पहले बस की तकनीकी जांच-पड़ताल कर ले जिससे बीच मार्ग पर कोई खराबी न आये और यात्रियों को दिक्कत होने पाये।

‘ऐसे नहीं चलेगा, एसएम से लेकर फोरमैन जो भी इसके लिए जिम्मेदार हैं उसके खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जायेगी। इनकी यह काम ही है कि वो बस को डिपो से बाहर भेजने से पहले उसकी जांच-पड़ताल कर लें। यात्री किराया देता है और उसके तहत उसे समुचित परिवहन सुविधा देना हम सभी का सामूहिक जिम्मा है।’
-:जयदीप वर्मा, सीजीएम टेक्निकल यूपी रोडवेज मुख्यालय

No comments:

Post a Comment

Post Top Ad