नई दिल्ली। अभूतपूर्व जीत के बाद गुरुवार शाम सात बजे नरेंद्र मोदी लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में होने वाले इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के साथ-साथ लगभग पांच दर्जन मंत्री भी शपथ लेंगे। हालांकि सबकी नजरें इस पर होंगी कि गृह, रक्षा, वित्त और विदेश विभाग की अहम जिम्मेदारी किसे दी जाएगी और इस जीत में मोदी के बड़े सेनापति रहे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह मंत्रिमंडल में शामिल होंगे या नहीं। इस बीच पीएम मोदी ने शपथ लेने से पहले महात्मा गांधी की समाधि पर जाकर श्रद्धांजलि दी है। पीएम मोदी सुबह राजघाट पहुंचे और वहां पर महात्मा गांधी को नमन किया।
पीएम मोदी महात्मा गांधी को नमन करने के बाद अटल समाधि स्थल पर पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने गए। यहां पर उनके साथ भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और अन्य भाजपा सांसद भी मौजूद रहे। पीएम मोदी के साथ भाजपा के सभी सांसदों ने भी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी।
यह शपथ ग्रहण कार्यक्रम भव्य होगा। इसमें बिम्सटेक देशों के प्रमुखों समेत लगभग 8000 अतिथियों के शामिल होने की संभावना है। पहली बार इस तरह के समारोह में इतनी अधिक संख्या में अतिथि शामिल हो रहे हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सबसे पहले प्रधानमंत्री और फिर क्रम व वरीयता से मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे। समारोह करीब 90 मिनट का होगा। मंगलवार को मोदी और शाह की लंबी बैठक में मंत्रिमंडल को लेकर चर्चा हुई थी। बुधवार को फिर से दोनों नेताओं की लंबी बैठक हुई।
बुधवार को जदयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी शाह से मुलाकात की। माना जाता है कि उन्होंने सरकार में शामिल होने वाले जदयू प्रतिनिधियों की सूची सौंप दी है। जदयू के कोटे से दो मंत्री बनेंगे, जबकि लोजपा से एक। लोजपा ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि रामविलास पासवान ही मंत्रिमंडल में शामिल होंगे। अन्नाद्रमुक की ओर से भी उम्मीद जताई गई है कि उनका एक प्रतिनिधि मंत्रिमंडल में होगा। शिवसेना से दो मंत्री बनाए जाने की संभावना है, जबकि अकाली दल से एक। बताते हैं कि पुराने मंत्रिमंडल के अधिकतर सदस्य नए मंत्रिमंडल मे भी दिखेंगे, जबकि कुछ वरिष्ठ सदस्यों को संगठन में भेजा जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि संभावित मंत्रियों को बुधवार देर रात से कैबिनेट सचिवालय की ओर से फोन पर जानकारी दी जाने लगी थी।
ममता समेत कई मुख्यमंत्री नहीं होंगे शामिल
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे।
सोनिया-राहुल होंगे शामिल
संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कई अन्य विपक्षी नेता समारोह में शिरकत करेंगे। चुनावी कटुता के बाद यह पहला मौका होगा जब ये सभी नेता एक साथ होंगे।
शपथ ग्रहण के बाद रात्रिभोज
शपथ ग्रहण समारोह के बाद उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री और बिम्सटेक देशों के राष्ट्र प्रमुखों समेत करीब 40 हस्तियों के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से रात नौ बजे रात्रिभोज का आयोजन किया जाएगा। राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता अशोक मलिक ने बताया कि रात्रिभोज में ‘दाल रायसीना’ विशेष रूप से परोसी जाएगी। यह राष्ट्रपति भवन रसोई की विशेष डिश है जिसे करीब 48 घंटों तक पकाया जाता है। इसमें इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री को लखनऊ से मंगाया गया है।
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