आगरा। चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद अब बेटियों की सुध ली जाएगी। सात मार्च को लांच कन्या सुमंगला योजना के क्रियान्वयन की अब कवायद शुरू होगी। बेटियों को जन्म से लेकर स्कूल में दाखिला लेने को पैसा मिलेगा। एक परिवार से दो बेटियों को ही लाभ मिलेगा। पहली बेटी के बाद दो बेटियों का जन्म एक साथ होता है तो तीनों बेटियों को लाभ मिलेगा।
महिला- बाल विकास विभाग कन्या सुमंगला योजना का संचालन करेगा। बालिका के जन्म होने पर एकमुश्त दो रुपये मिलेंगे। बालिका के एक साल तक पूर्ण टीकाकरण के उपरांत एकमुश्त एक हजार रुपये मिलेंगे। कक्षा एक में प्रवेश लेने के बाद दो रुपये, कक्षा नौ में प्रवेश के उपरांत तीन रुपये मिलेंगे। ऐसी बालिकाएं, जिन्होंने कक्षा 12वीं पास कर स्नातक या दो वर्षीय या अधिक अवधि के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लिया तो एक मुश्त पांच रुपये मिलेंगे।
इनको मिलेगा लाभ
नाबालिग बेटी का पैसा उनकी माता के बैंक खाते में भेजा जाएगा। माता की मृत्यु होने की स्थिति में पैसा पिता के खाते और माता-पिता की मृत्यु होने की दशा में अभिभावक के बैंक खाते में पैसा भेजा जाएगा। इस योजना का लाभ उठाने को ऑनलाइन या आफलाइन आवेदन करने की सुविधा होगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडेय ने डीआइओएस सर्वेश कुमार को योजना का लाभ छात्राओं को दिलाने का निर्देश दिया है। जिला की हजारों बालिकाओं का इसका लाभ मिलना तय है।
ये हैं अर्हता के मानक
– एक अप्रैल 2019 के बाद जन्म लेने वाली बालिका।
-जिनका टीकाकरण एक अप्रैल 2018 तक पूरा हुआ।
-चालू सत्र में प्रथम या कक्षा छह में दाखिला लेने पर।
-चालू सत्र में कक्षा नौ में प्रवेश पाने पर लाभ मिलेगा।
योजना का उद्देश्य
– स्वास्थ्य और शिक्षा की स्थिति को सृदढ़़ करना।
-कन्या भ्रूण हत्या की बुराई को खत्म करना भी।
-समान ङ्क्षलगानुपात स्थापित करना मुख्य मकसद।
-बेटी के जन्म पर सकारात्मक सोच पैदा करना।
-कन्या सुमंगला योजना के क्रियान्वयन की कवायद।
-बेटी के लिए मील का पत्थर साबित होगी योजना।
योजना का क्रियान्वयन होगा जल्द
हमें कन्या सुमंगला योजना की गाइड लाइन मिल गई है। अब चुनाव आचार संहिता खत्म हो गई है, जल्द ही संबंधित विभागों के अधिकारियों से समन्वय बनाकर योजना का क्रियान्वयन कराएंगे।
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