यमुनानगर में 22 साल पहले गैंगरेप के बाद मर्डर और फिर डेड बॉडी को ठिकाने लगाने के मामले में रविवार को नया मोड़ आ गया। इस केस में एक आरोपी की बहन गीता चौधरी ने मीडिया के सामने आकर खुलासा किया कि इसे राजनैतिक दबाव के चलते ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। इस कांड के वक्त उसके पिता शेर सिंह मंत्री थे और करोड़ों रुपए खर्च करके उन्होंने केस को दबवा दिया था।
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