नई दिल्ली। लाल किले पर साल 2000 में हुए हमले के मामले में फरार चल रहे एक कथित आतंकी बिलाल अहमद काहवा को एयरपोर्ट से स्पेशल सेल की टीम ने पकड़ा है। इसके बारे में गुजरात एटीएस की तरफ से स्पेशल सेल को जानकारी दी गई थी। लोधी कॉलोनी स्थित स्पेशल सेल के दफ्तर में आरोपी बिलाल अहमद काहवा से पुलिस पूछताछ कर रही है। उसकी भूमिका को लेकर पुलिस टीम जानकारी जुटा रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार 22 दिसम्बर 2000 को लाल किले पर कुछ आतंकियों ने हमला किया था। आतंकियों ने वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों पर अंधाधुध गोलियां चलाई थी। इस हमले में तीन सुरक्षाकमिर्यों की मौत हो गई थी। इस बाबत कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया था। घटना के कुछ समय बाद ही आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।
इस मामले में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 11 लोगों को सेशन कोर्ट ने सजा सुनाई है। इस मामले की छानबीन के दौरान यह पता चला था कि हवाला के जरिये विभिन्न बैंक खातों में 29.50 लाख रुपये भेजे गए हैं। इनमें से एक बैंक खाता बिलाल अहमद कावा नामक व्यक्ति का भी था। यह रकम मुख्य साजिशकर्ता मो. आरिफ उर्फ अशफाक ने बैंक खातों में भेजी थी।
इस रकम का इस्तेमाल हमले के लिए साधन जुटाने में किया गया था। इस हमले के बाद से बिलाल फरार चल रहा था। वह कश्मीर में छिपकर रह रहा था। गुजरात एटीएस को सूचना मिली थी कि बिलाल श्रीनगर से दिल्ली आ रहा है। उन्होंने यह जानकारी स्पेशल सेल के साथ सांझा की। जिसके बाद दोनों टीमों ने मिलकर एयरपोर्ट पर आते ही बिलाल को पकड़ लिया। इस मामले के मुख्य साजिशकर्ता मो. आरिफ को दिल्ली हाईकोर्ट फांसी की सजा सुना चुकी है।
No comments:
Post a Comment