-घर पर होगा बलगम परीक्षण, मेडिकल अफसर करेंगे मॉनिटरिंग
मथुरा। टीबी रोगियों की तलाश में अब स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर दस्तक देंगी। लोगों की काउंसलिंग करेंगी अगर टीबी के लक्षण पाए जाते है तो वहीं पर बलगम परीक्षण होगा। रोग की पुष्टि पर निशुल्क उपचार और रोगी को मानदेय भी दिया जाएगा।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. आलोक कुमार ने बताया कि ये अभियान 17 जून से शुरू होने जा रहा है। इस अभियान में दो लाख 87 हजार लोगों की जांच और काउंसलिंग की जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य कर्मियों की 113 टीमें लगाई गई है। इन टीमों की मॉनिटरिंग के लिए 23 सुपरवाईजर, 7 नोडल चिकित्सक एवं जिला स्तर के अधिकारियों को लगाया गया है।
माइक्रो प्लॉन में स्लम बस्तियों, ब्लॉक के दूर दराज के गांवों, मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों को चुना गया है। रविवार से शुरू हो रहे अभियान में बिजार्पुर, तंतूरा, नवादा, आजमपूर, अडुकी, संत कालोनी, गॉधी नगर, अक्रुर, प्रताप नगर, आयेरा खेरा नीम गॉव, नगला परसादी बिहारी कालोनी, गिर्राज नगर, गोपाल बाग, बरारी भाहई, पेलखु, भरना खुर्द, जचौंदा दो विसा, माडया थोक, दस विसा, इन्द्रा कालोनी भीम नगर, छोटई मोहल्ला भीम नगर आदि क्षेत्रों को चुना गया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डा. शेर सिंह ने घर पहुंचने वाली स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ सहयोग करने तथा टीबी के लक्षण पाए जाने पर बेझिझक सरकारी अस्पताल से निशुल्क उपचार, परामर्श व जांच कराने को कहा है। ताकि निश्चित समय सीमा में टीबी का समूल नाश किया जा सके।
टीबी के बढ़ते रोगी चिंता का कारण
मथुरा में टीबी के रोगियों की संख्या तेजी के साथ बढ़ रही है। हर साल करीब चार हजार नए टीबी के रोगी सामने आ रहे है। ये आंकड़ा प्रदेश में कानपुर के बाद दूसरे नंबर का है। टीबी का इलाज सरकारी अस्पताल में निशुल्क है उपचार शुरू करने के बाद रोगियों को बेहतर आहार के लिए प्रतिमाह पांच सौ रूपए का मानदेय भी दिया जाता है। इतना ही नहीं टीबी से सबंधित सभी जांचें और दवाएं भी निशुल्क दी जा रही है।
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