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Friday 15 June 2018

शौचालय निर्माण को बालू लेने जा रहे ग्रामीणों को इटौरा चौकी इंचार्ज ने पीटा

0 चैकी इंचार्ज की मारपीट से कई ग्रामीण चुटहिल
0 पीडित ग्रामीणों ने एसपी से की चैकी इंचार्ज व सिपाही की शिकायत

उरई। शौचालय निर्माण के लिए बैलगाड़ी से बालू लेने जा रहे ग्रामीणों को रास्ते में इटौरा चैकी इंचार्ज व सिपाही ने रोक लिया और अवैध खनन का आरोप लगाने लगे। विरोध करने पर चैकी इंचार्ज ने सिपाही के साथ मिलकर ग्रामीणों से पिटाई शुरू कर दी। जिससे कई ग्रामीण चुटहिल हो गए। पीडिघ्त ग्रामीण चैकी इंचार्ज की इस दबंगई की शिकायत करने उरई पहुंचे। यहां पर उन्होंने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र सौंपते हुए चैकी इंचार्ज व सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
आटा थाना क्षेत्र के ग्राम परासन निवासी भोला पुत्र बोरा, मोना पुत्र बब्बू, बद्वू पुत्र राजाराम, अरविन्द पुत्र धनीराम, रघुवर पुत्र सुघर, जगमोहन पुत्र प्यारेलाल, जाविद, गोरा, रामआसरे, रामसहोदर, असलम, हनीफ, नूर मुहम्मद, गंगाराम, लल्लू, मूलचंद्र, समरथ, रामस्वरूप, अरुण आदि ने पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह को शिकायती पत्र सौंपा। इसमें उन्हेांने बताया कि उ$क्त सभी लोग भारत सरकार द्वारा बनाए जा रहे सुलभ शौचालय के लाभार्थी हैं। उन्होंने बताया कि गांव के प्रधान ने उनसे कहा कि वह सभी लोग पांचकृपांच बोरी खदान से मौरंग ले आएं। इस पर उक्त सभी लोग बैलगाडियों पर सवार होकर घाट की ओर बालू लेने के लिए जाने लगे। तभी रास्ते में इटौरा चैकी इंचार्ज रामजी सिंह व एक सिपाही मिल गए। उन्होंने ग्रामीणों पर अवैध बालू खनन का आरोप लगाते हुए गालीकृगलौज शुरू कर दी। इसका विरोध करने पर चैकी इंचार्ज व सिपाही ने ग्रामीणों की पिटाई शुरू कर दी। इसमें कई ग्रामीण चुटहिल हो गए। आरोप है कि उक्त पुलिसकर्मियों ने ग्रामीणों के तसला आदि सामान भी तोड़ दिया। ग्रामीणों ने मांग की है कि आरोपी चैकी इंचार्ज व सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की जाए। वहीं इस बारे में चैकी इंचार्ज रामजी सिंह ने बताया कि परासन बालू घाट पर लगातार अवैध खनन की सूचना आ रही थी। ग्रामीणों की शिकायतों के बाद रात में वह इस सूचना की हकीकत जानने के लिए निकले थे। जिसमें यह बात सही निकली। इसी को लेकर ग्रामीणों ने निराधार आरोप लगाए हैं।

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