पिता ने कर्ज नहीं चुकाया तो नाबालिग बेटी को बनाया बंधकजंजीर और बेड़ी डाल तीन माह तक घर में रखा कैद
फरार होकर ग्रामीणों के सहयोग से पीड़िता पहुंची थाने, पुलिस ने कटवाया पैरों में जकड़ी जंजीर व बेड़ी
आरा(डिम्पल राय)। बिहिया थाना क्षेत्र के बिहिया नगर स्थित टिपुरा कॉलोनी में एक पिता द्वारा लिये गये कर्ज का पैसा नहीं चुकाये जाने को लेकर देनदार द्वारा उसकी नाबालिग बेटी को तीन माह तक पैर में जंजीर व बेड़ी डालकर बंधक बनाये जाने का एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. गुरूवार की सुबह देनदार के चंगुल से फरार होकर ग्रामीणों के सहयोग से थाने पहुंची पीड़िता ने पुलिस को कई सनसनीखेज जानकारी दी. जानकारी के अनुसार टिपुरा कॉलोनी निवासी लम्बु खरवार ने अपने पड़ोसी लालबाबु खरवार के पुत्र केपी खरवार से कर्ज के रूप में पैसे लिये थे. तय समय में पैसे नहीं चुकाये जाने पर केपी खरवार ने लम्बु खरवार की नाबालिग लगभग 14 वर्षीय पुत्री को तीन माह पूर्व बंधक बना लिया. पुत्री को बंधक बनाये जाने के बाद पीड़िता के माता-पिता व उसका छोटा भाई दहशत में गांव से हीं फरार हो गये.
पीड़िता को प्रतिदिन दी जाती थी यातना
पुलिस की अभिरक्षा में थाने पहुंची पीड़िता ने बताया की केपी खरवार ने अपने घर में उसके पैरों को बेड़ी और जंजीर से जकड़ दिया था ताकि वह कहीं भाग न सके. बताया कि तीन माह से बंधक बनाये जाने के दौरान उसे रात को मात्र एक बार खाना दिया जाता था. लगभग प्रतिदिन उससे मारपीट करते हुए अक्सर हीं उसके शरीर पर गर्म पानी या आग की अंगीठी फेंक दिया जाता था. पीड़िता ने बताया कि तीन माह के अंदर केपी खरवार की पत्नी आरती खरवार द्वारा पांच बार उसके बाल काटकर काफी छोटे-छोटे कर दिये गये थे. पीड़ित किशोरी ने बताया कि उसके भागने पर धमकी देते हुए उसके छोटे भाई को जान से मारने और उसे वेश्यामंडी में बेच देने की भी बात कहीं जाती थी.
गुरूवार की अहले सुबह भागकर बचायी जान
जानकारी के अनुसार गुरूवार की अहले सुबह घर में किसी को न पाकर पैरों में बेड़ी और जंजीर समेत किसी प्रकार पीड़िता बंधक बनाने वाले के घर से फरार हो गयी. इस दौरान गांव के लोगों को आपबीती सुनाये जाने पर लोगों ने उसे खाना खिलाया तथा मामले की सुचना पुलिस को दी. घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस ने पीड़ित किशोरी को अपने कब्जे में लिया. पुलिस ने इस दौरान पीड़िता की शिनाख्त पर उसके पैरों में जंजीर व बेड़ी लगाने वाले टिपुरा कॉलोनी निवासी स्व. बांसरोपन शर्मा के पुत्र रामभजन शर्मा को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने किशोरी को थाने में लाकर उसके पैरों में बंधे जंजीर व बेड़ी को कटवाया तब जाकर पीड़िता ने आजादी की सांस ली. वहीं घटना को अंजाम देने वाला केपी खरवार पुलिस की भनक मिलते हीं फरार हो गया है. पुलिस ने बताया कि गांव में हीं रहने वाली किशोरी की बड़ी बहन से पूछताछ कर मामले की छानबीन की जा रही है. बताया कि उक्त किशोरी कई बार भागकर राजस्थान जा चुकी थी जिसे परिजनों द्वारा वहां से लाया गया था. पुलिस मामले की छानबीन में गहरायी से जुटी हुई है.
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