मथुरा। सरकारी व्यवस्था में किस कदर अव्यवस्था हावी है, यह कान्हा की नगरी में बखूबी समझा जा सकता है। झोलाछाप चिकित्सकों को बचाने के लिए जिलाधिकारी से लेकर मुख्य जिला चिकित्साधिकारी तक सब झूंठ बोल रहे हैं। झोलाछाप चिकित्सक लगातार लोगों की जान ले रहे हैं। हर बड़ी घटना के बाद कार्यवाही की बात कही जाती है लेकिन कार्यवाही होती नहीं। मंगलवार को थाना हाईवे क्षेत्र में सौंख रोड पर झोलाछाप चिकित्सक ने एक और महिला की जान लेली। वर्ष 2018 में मरीजों की जान लेने के आरोप में झोलाछापों के खिलाफ लगातार रिपोर्ट दर्ज हो रही हैं लेकिन विभाग उन्हें साफ बचा ले जाता है।
2018 में फर्जी चिकित्सकों की बड़ी घटनाएं
झोलाछाप ने लगाया बुखार का इंजेक्शन, महिला की मौत
मंगलवार को उस्पार निवासी 33 वर्षीय महिला गुड्डी की सौंख रोड मंडी चौराहे स्थित एक फर्जी चिकित्सक के क्लीनिक पर मौत हो गई। महिला को गंभीर बीमारी नहीं थी, मौसम के चलते महिला को बुखार आया। परिजन पंकज उपाध्याय के क्लीनिक पर ले गये। यहां चिकित्सक ने इंजेक्शन और कुछ टेबलेट दीं, कुछ ही देर में महिला की मौत हो गई।
फरह में चारपाई पर कर दिया था महिला का आपरेशन, मौत
झोलाछाप ने डिलेवरी के दौरान चारपाई पर ही महिला का आॅपरेशन कर दिया था महिला चरनदेवी पत्नी उदयराम निवासी नगला हृदय नूर अल्लापुर को प्रसव पीड़ा हुई थी। इस पर परिजन बांके बिहारी मेडिकल केयर सेंटर के संचालक ओमप्रकाश के पास ले गए थे। डिलीवरी के दौरान महिला ने बच्ची को जन्म दिया लेकिन प्रसूता की मौत हो गई। ये झोलाछाप पूर्व में भी कई महिलाओं की जान ले चुका है। मृतका के परिजनों ने छोलाछाप के खिलाफ फरह थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बछगांव की नाबालिग की अवोर्सन के दौरान हो गई थी मौत
मगोर्रा थाना क्षेत्र के गांव बछगांव की एक नाबालिग की जान अवोर्सन के दौरान झोलाछाप ने ली ली। थाना मागोर्रा में मामला दर्ज हुआ है। बलात्कार का अरोपी युवक, उसकी मां और झोलाछाप फरार चल रहे हैं। 15 वर्षीय नाबालिग के साथ पड़ोसी युवक ने कई बार बलात्कार किया, लड़की गर्भवती हो गई। इसके बाद लड़के की मां गोवर्धन परिक्रमा के बहाने लड़की को ले गई और झोलाछाप चिकित्सक से गर्भपात करा दिया। गर्भपात के दौरान नाबालिग के गर्भाशय में इनफेक्शन फैल गया और आगरा के एसएसन मेडिकल कॉलेज में उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
सरकारी फार्मासिस्ट ने कर दिया था महिला का आपरोशन, अब नहीं बन सकेगी मां
फरह में सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात फार्मासिस्ट विनय ऊर्फ डा.विनय ने महिला का अपने क्लीनिक पर अपनी पत्नी के साथ मिल कर चारपाई पर ही आॅपरेशन कर दिया था। आॅपरेशन के दौरान शुरू हुई ब्लडिंग नहीं रुकी इसके बाद चिकित्सक ने महला के पति को भरोसे में लेकर इलाज का खर्च उठाने की शर्त पर मथुरा के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती करा दिया, यहां महिला की हालत गंभीर बनी हुई है। पति गरीबी के चलते इतने महंगे इलाज का खर्च उठाने में असमर्थ है। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मामला बिगड़ गया, सीएमओ को लिखित शिकायत प्रसूता के पति ने फार्मा सिस्ट के खिलाफ दे दी है।
उस्फार में फर्जी चिकित्सक भगवान सिंह ने लेली महिला की जान
थाना हाइवे क्षेत्र के गांव उस्फार में फर्जी चिकित्सक भगवान सिंह ने इलाज के दौरान महिला की जान लेली। इस मामले में थाना हाइवे में मुकदमा कायम हुआ है। जांच सीओ स्तर से की जा रही है। यह मामला जनपद में चर्चा का विषय बना हुआ है। इससे पहले भगवान सिंह के चिकित्सालय पर ही गांव की दो महिलाओं की भी मौत हो चुकी है।
झोला छाप ने उखाड़ दिया महिला का सही दांत
10 मार्च को राया निवासी महिला वंदना देवी दांत में दर्द होने पर झोलाछाप चिकित्सक के पास दांत को दिखाने पहुंची। मुरसान वाले डाक्टर के नाम से क्लीनिक चला रहे चिकित्सक ने शराब के नशे में महिला के सही दो दांतों को उखाड़ दिया और जिस दांत में दर्द था उसे छूआ नहीं। महिला के साथ गये उसके पति ने जब इस बात पर चिकित्सक से कहासुनी की तो चिकित्सक ने दो तीन लोगों को बुला लिया और महिला तथा उसके पति को मारपीट कर जाने से मारने की धमकी देते हुए भगा दिया। महिला के पति ने थाना राया में दोनों झोलाछाप चिकित्सकों के खिलाफ तहरीर दी लेकिन पुलिस ने चिकित्सक के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की।
डीएम के झूठें दावे
झोलाछाप चिकित्सकों पर कार्यवाही को लेकर जिलाधिकारी से लेकर मुख्य जिलाचिकित्साधिकारी तक ने झूंठे दावे और कार्यवाही के झूंठे वायदे किये। डीएम सर्वज्ञराम मिश्र कई बार यह बात कह चुके हैं कि झोलाछापों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। डीएम ने यहां तक कहाकि क्या कार्यवाही हुई इस की प्रतिदिन शाम को समीक्षा की जाएगी लेकिन किसी झोलाछाप पर कोई कार्यवाही प्रशासन ने नहीं की।
सीएमओ की झूंठी बयानबाजी
फरह की घटना के बाद सीएमअओ डा.शेर सिंह ने कहा था कि फरह का मामला मेरे संज्ञान में है, इस पर कड़ी कार्यवाही की जा रही है। साथ ही भर्जी चिकित्सकों के खिलफ अभियान चलाकर कार्यवाही की जाएगी। यह अभियान बेहद गोपनीय तरीके से चलाया जाएगा। इसके लिए अलग से टीम गठित की जा रही है। झोलाछापों पर अंकूश के लिए जनता का सहयोग भी जरूरी है। कोइ व्यक्ति अगर फर्जी चिकित्सकों की सूचना देता है तो उसकी पहचान उजागर नहीं की जाएगी।
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