बाॅदा- बाबूलाल चैराहा में रात 11 बजे से पूरी रात चाय के ठेलों पर लगी असमाजिक तत्वों की हरकतों से इस चैराहे से गुजरने वाले लोग त्रस्त हो चुके हैै। यदि कोई भी व्यक्ति अपने परिवार सहित बांदा इलाहाबाद मार्ग पर अलीगंज चोैकी के सामने से गुजरता है तो चाय के ठेले देख कर रूकने पर उस ठेले पर पहले से खड़े एंव चार पहिया वाहनों में बैठे बालू चोर माफिया उसके परिवार पर फब्तियां कसने से बाज नहीं आते है इस सम्बन्ध में कई लोग अलीगंज चैकी पर शिकायत भी कर चुके है परन्तु इस चैकी के सरकारी नुमाइन्दों पर कोई फर्क नहीं पड़ा। इतना ही नहीं कई बार इन बालू चोरों के मध्य मारपीट व गाली गलौज रात केे अंधेरे में सुनाई पड़ता है। जिसे सुनकर इस चैराहे के निवासी रामभरोसे, बब्बू आदि ने बताया कि बाहर निकलने पर ये माफिया टाइप के लोग हम लोगों को भी गाली गलौज करते है इस सम्बन्ध में अलीगंज चैकी के एक सिपाही ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यहां सभी उच्चाधिकारी आकर बैठते है ज बवह इन चाय के ठेलों को नहीं रोक पाये तो हम क्या रोकेंगे। इस ठेलों पर बालू चोर कई पार्टियों के नेता भी जमंे रहते है। जो जरा सा कुछ कहने पर हमारे ऊपर ही रौब गांठने लगते है। यह भी ज्ञात हुआ है कि इस सम्बन्ध में कई बार अलीगंज चैकी इंचार्ज कोतवाल व सीओ को बताया गया है परन्तु मामला जस का तस ही रहा है। इन लोगों ने अब एसपी व डीआइजी के सामने अपनी गथा कहने का मन गना लिया है। उस पर कोढ़ में खाज ओवर लोड बालू भरे ट्रक बन रहे है। शहर का प्रसिद्ध चैराहा बाबूलाल चैराहा जहां पर अलिगंज चैकी में पुलिस के उच्चाधिकारी जिसमें अपर एसपी सीओ व कोतवाल आयदिन बैठे नजर आते है। और इन्हीं की नाक के नीचे दो चाय के ठेले पूरी रात बालू चोरों के द्वारा गुलजार रहते है। ज्ञातव्य हो की इन ठेलों पर खड़ें होने वाले बालू माफिया जो बाहर के ट्रक मालिकों से प्रशासन पुलिस खनिज विभाग परिवहन विभाग सेलटैक्स की लोकेशन देने और बालू भरे ओवरलोड ट्रकांे व ट्रैक्टरों को बांदा जनपद की सीमा सुरक्षित पार करवाने के नाम पर लाखों रूपये की रकम पाते है। बाबूलाल चैराहे के निवासियों पवन, करीम, ज्ञानपाल, इदरीश, व बब्बू ने बताया कि सारी रात हमलोग खतरे में बिताते है। क्योंकि इन बालू चोर लोकेशन देने वालों की चार पहिया गड़ियों चमचमाती में लगभग 4-4 लोग अवैध असलहों के साथ एवं विभिन्न प्रकार के नशे के साथ एक दूसरे को गाली गलौज करते है। और उनके सूत्र बांदा जनपद ही नहीं अपित महानगरों के उच्चाधिकारियों से होने की डींगे मारते है। और कभी-कभी अपने को प्रभाव शाली बताने के लिए अन्य संसाधनों का उपयोग करते है। यहां की जनता का कहना है कि चैराहे पर लगने वाले चाय के ठेले वाले भी प्रशासन की लोकेशन देने के नाम पर रूपये एंठते है। आखिर जब पुलिस रात में अन्य सभी जगह भीड़ नहीं एकत्रित होने देती तो फिर बाबूलाल चोराहे के इन दोनों चाय वालों को पूरी रात ठेला लगाने पर रोक क्यों नहीं लगाती जनता का यह भी कहना है कि यदि पुलिस प्रशासन सख्ती नहीं अपनाता तो छतरपुर जैसा गोली कांड बाबूलाल चैराहे में भी किसी भी दिन घटित हो सकता है। प्रशासन की लाख सख्ती के बावजूद अवैध खनन रोकने का नाम नहीं ले रहा है। बालू भरे वाहन दिन रात फर्राटा भर रहे है। आए दिन किसी न किसी को मौत के घाट उतार रहे है।
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Tuesday, 10 July 2018
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