शाहजहाँपुर। अपने पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए हमें सबसे पहले अपनी मुख्य ज़रूरत पानी को प्रदूषण से बचाना होगा, क्योंकि जल है तो जीवन है। आज हानिकारक रासायनिक तत्व घुले कारखानों का पानी नदियों के जल को जहरीला कर रहा है, जिससे जीवधारियों के जीवन का संकट उत्पन्न हो गया है। यही नहीं प्रदूषित पानी से सिंचाई का काम भी लिया जा रहा हैं जिसमें उपजाऊ भूमि भी विषैली हो रही है और उसमें उगने वाली फसल व सब्जियां भी विषैली हो रही हैं। जिलाधिकारी की ओर से पर्यावरण जागरूकता को लेकर चलाई जा रही छात्र-छात्राओं द्वारा वाल पोन्टिंग की मुहिम के तहत आज कचहरी स्थित निरीक्षक भवन की दीवारों पर कई विद्यालयों के विघार्थियों के लिए स्थान रिक्त रखे गये, जहां आर्य कन्या पाठशाला इण्टर काॅलेज की छात्राएं प्रातः छह बजे ही पहुंच गईं और उन्होंने अपनी तूलिका से पर्यावरण के संदेश को दीवारों पर उकेरा। इस अवसर पर रिसर्च के निदेशक डाॅ. इरफान ह्यूमन ने छात्राओं का उत्साहवर्धन किया और उक्त विचार व्यक्त करते हुए बताया कि जैवमण्डल पृथ्वी के चारों तरफ व्याप्त तीस किलोमीटर मोटी वायु, जल, स्थल, मृदा, तथा शैल युक्त एक जीवनदायी परत होती है, जिसके अंतर्गत पादपों एवं जन्तुओं का जीवन सम्भव होता है। सामान्यतः जैवमण्डल में पृथ्वी के हर उस अंग का समावेश है जहाँ जीवन पनपता है, लेकिन प्रदूषण ने इस जैवमण्डल को अपनी चपेट में ले कर प्रदूषित करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि बच्चों को पर्यावरण सुरक्षा का समुचित ज्ञान समय-समय पर देते रहना आज बड़ी आवश्यकता है। आर्य कन्या पाठशाला इण्टर काॅलेज की प्रधानाचार्या वीना रानी सस्तोगी और शिक्षिका रचना सिंह व मानसी टण्डन के निर्देशन में आज सिमरन, आकांक्षा, तृप्ति, सबा, अनुश्का, महिमा, जूबिया, आलिया, नेहा आदि छात्राओं ने पर्यावरण जागरूकता वाल पेन्टिंग में हिस्सा लिया।
Post Top Ad
Tuesday, 10 July 2018
बच्चों को पर्यावरण सुरक्षा का समुचित ज्ञान बड़ी आवश्यकता: डाॅ. इरफान ह्यूमन
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment