लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे मन्दिर, तीर्थस्थल, हम सबके लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने कहा कि मानव मूल्य अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं, इसलिए उनका पूरी तरह से पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मनुष्य के जीवन के लिए आस्था अत्यन्त महत्वपूर्ण है। भारत विविधता का देश है। यह विश्व का विशालतम लोकतंत्र है। सभी धर्मों के अनुयायी यहां पर शान्ति और सौहार्द के साथ रहते हैं। विभिन्न उपासना विधियों के लोग स्वयं को राष्ट्रीयता से जोड़कर सहअस्तित्व की भावना से देश को मजबूती प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत की विविधता में एकता का यह चरित्र विश्व के लोगों को आश्चर्यचकित करता है।
मुख्यमंत्री ने यह विचार गुरूवार को यहां बन्दी माता मन्दिर के शिलान्यास के अवसर पर व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि भारत के धर्मस्थल एकात्मकता और अखण्डता के प्रतीक हैं। ऐसे स्थलों से सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस प्राचीन मन्दिर का बहुत महत्व है। इसकी परम्पराएं हजारों साल पुरानी हैं। जनश्रुतियों के अनुसार सीता जी वनवास के दौरान एक दिन के लिए गोमती तट पर रुकी थीं। उन्होंने कहा कि वनगमन के दौरान मां जानकी के इस प्रवास स्थल पर मन्दिर का निर्माण श्रद्धालुओं के लिए भक्ति का प्रेरणा स्थल बनेगा।
मुख्यमंत्री ने इस मन्दिर के जीर्णोद्धार के लिए महंत देवेन्द्र पुरी सेवा ट्रस्ट एवं बन्दी माता अखाड़ा समिति को बधाई देते हुए कहा कि कई दशकों पूर्व यह मन्दिर विलुप्त हो चुका था, परन्तु महंत देवेन्द्र पुरी द्वारा इसका पुनर्निर्माण स्वयं किया गया। उन्होंने कहा कि मन्दिर का निर्माण निश्चित तौर पर श्रद्धालुओं के लिए भक्ति एवं आकर्षण का केन्द्र बनेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल ने जनसहयोग से सोमनाथ मन्दिर का जीर्णोद्धार करवाकर हमारे समक्ष एक उदाहरण प्रस्तुत किया था। उन्होंने कहा कि श्रावण के पावन माह में श्रद्धा व उत्साह के साथ सम्पन्न हो रहे इस कार्यक्रम में, त्रेता युग की अधिष्ठात्री देवी बन्दी माता के मन्दिर के नवनिर्माण का कार्य शीघ्र ही जनसहयोग से पूर्ण होगा।
इस अवसर पर महापौर संयुक्ता भाटिया, विधायक नीरज बोरा, योग गुरु भरत ठाकुर सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
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Thursday 2 August 2018
भारत का विविधता में एकता का चरित्र विश्व के लोगों को करता है आश्चर्यचकित : योगी
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