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Saturday, 4 August 2018

जिलाधिकारी ने गर्भवती माताओं की गोद भराई में पौष्टिक सामानों का किया वितरण

गोरखपुर। जिलाधिकारी के0 विजयेन्द्र पाण्डियन ने विकास खण्ड चरगांव के गोद लिए गांव जंगल धूषण में चौपाल आयोजित कर वहां बच्चों का जन्म दिन मनाने, 6 माह से उपर के बच्चों का अन्नप्रासन, गर्भवती माताओं की गोद भराई में पौष्टिक सामानों से भरी टोकरी वितरित किये।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि शासन/प्रशासन की मंशा है कि बच्चे स्वस्थ्य हों और उसके साथ ही शिक्षित हों। उन्होंने माताओं से कहा कि वे अपने बच्चों का पूरा ध्यान रखें और जन्म के एक घंटे के बाद से अपना दूध पिलायें क्योंकि मां का दूध अमृत समान होता है। उन्होंने डीपीओ को निर्देश दिये कि गांव का कोई भी बच्चा कुपोषित नही होना चाहिए। बताया गया कि कुपोषित बच्चों को पोषित करने की कार्यवाही निरन्तर जारी है। जिलाधिकारी ने कहा कि एक माह के अन्दर सभी बच्चे पोषित हो तथा स्वस्थ्य दिखें।

श्री पाण्डियन ने 10 गर्भवती माताओं को गोद भराई रस्म के तहत पौष्टिक सामानों से भरी टोकरी दिया एंव 8 बच्चों का जन्मदिन मनाने के साथ ही 6 बच्चों के अन्नपरासन कार्यक्रम के तहत केक एंव खीर खिलाकर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। जिलाधिकारी ने कहा कि महिलाएं प्रसव सरकारी अस्पताल में करायें ताकि उन्हें शासकीय सुविधाएं भरपूर मिल सके। आशा निरन्तर गर्भवती माताओं से लगातार समन्वय स्थापित रखें।

जिलाधिकारी ने आशा एंव एएनएम को कड़े निर्देश दिये कि वे नवजात बच्चों के प्रति ध्यानपूर्व कार्यवाही करें तथा इनके घरों का निरन्तर विजिट कर बच्चों की देखभाल करें। मृत्यु दर को कम करने के लिए आशा/एएनएम द्वारा निरन्तर विजिट आवश्यक है।

जिलाधिकारी ने यह भी सुझाव दिये कि बच्चे को तेज बुखार होता है तो तत्काल आशा को फोन कर सूचित किया जाये और 102 एंव 108 एम्बुलेंस सेवा के माध्यम से नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर पहुंच कर इलाज प्रारम्भ करा दें क्योंकि बरसात के समय में मच्छर जनित बीमारियां पनपती हैं और इंसेफलाइटिस, डेंगू आदि बीमारियां फैलती है और इन बीमारियों का यदि समय से इलाज प्रारम्भ कर दिया जाये तो निश्चित रूप से इससे बचा जा सकता है।

उन्होंने साफ सफाई पर विशेष बल देते हुए कहा कि मच्छरदानी का प्रयोग किया जाये, घर के अगल बगल जलजमाव की स्थिति न होने पाये और स्वच्छ पेयजल हेतु इंडिया मार्का 2 हैण्डपम्प का जल सेवन करें। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों को अधिकांश रूप से यह बीमारियां होती है इसलिए आवश्यक है कि बीमारी के कारक एंव बचाव के विषय में पूरी तरह जागरूक होकर इससे बचें। स्वास्थ्य केन्द्रों पर सभी बीमारियों के इलाज की व्यवस्था है तथा दवाइयां उपलब्ध रहती हैं।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एस.के. तिवारी, अपर जिला सूचना अधिकारी अंजनी कुमार मिश्र, जिला कार्यक्रम अधिकारी हेमन्त सिंह, ज्वाइंट बीडीओ, ग्राम प्रधान सहित लगभग सैकड़ों की संख्या लोग उपस्थित रहे।

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