मुंबई- मुंबई को ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख शहरों को सीधी हवाई सेवा से जोड़ने की तैयारी हो रही है। दोनों देशों में सहमति बनी तो मुंबई हवाईअड्डे से ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख शहरों के लिए विमान उड़ाने भर सकेंगे। हवाईसेवा शुरु करने के लिए खुद ऑस्ट्रेलिया की ओर से रूचि दिखाई गई है।
ऑस्ट्रेलिया संसद का एक शिष्टमंडल मुंबई आया हुआ है। शिष्टमंडल ने सीधी हवाई सेवा शुरू करने के साथ ही व्यापारिक संबंधों को और सशक्त बनाने का प्रस्ताव दिया है। ऑस्ट्रेलियन संसद के संधि व करार संबंधी संयुक्त स्थाई समिति के अध्यक्ष स्टुएर्ट रोबर्ट की अगुवाई में संसद सदस्यों के एक शिष्टमंडल ने राज्यपाल सी.विद्यासागर राव से मुलाकात करके दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध बढ़ाने की पहल की है। खासकर हवाई और पर्यटन क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर बल दिया गया है।
स्टुएर्ट रोबर्ट ने राज्यपाल को बताया कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक सहयोग बढा़ने, शिक्षा, कृषि व्यवसाय, पर्यटन, उर्जा, स्वास्थ्य और मूलभूत सुविधाएं सहित दस क्षेत्रों में लेनदेन निर्धारित किए गए है। मुंबई और ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख शहरों को सीधे हवाईमार्ग से जोड़ने से विकसित देशों में पर्यटन, व्यापार और सांस्कृतिक लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा। विकसित देशों में हवाई सेवा शुरु करने संसदीय शिष्टमंडल प्रयाश करेगा।
स्टुएर्ट रोबर्ट के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया की अर्थव्यवस्था विश्व में बारहवें क्रमांक पर है। भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों देश अहम भागीदार हैं। भारत से ऑस्ट्रेलिया में आने-जाने वाले पर्यटकों की संख्या बहुत बड़ी है। लगभग 80 हजार भारतीय विद्यार्थी ऑस्ट्रेलिया के विभिन्न विश्वविद्यालयों में पढ़ाई कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया की जनसंख्या में से 7 लाख लोग भारतीय मूल के हैं। लिहाजा विकसित देशों से संबंध बढ़ाने की जरूरत है।
राज्यपाल ने महाराष्ट्र में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए ऑस्ट्रेलिया से सहयोग मांगा है। राज्यपाल ने कहा कि महाराष्ट्र फलोत्पादन में अग्रसर राज्य है। सीधी यात्री और मालवाहक विमान सेवा शुरू होने के बाद फलोत्पादन निर्यात को बढ़ावा मिलेगा। महाराष्ट्र में कई पर्यटन स्थल हैं। सीधी विमान सेवा शुरू होने के बाद ऑस्ट्रेलिया से अधिक पर्यटक महाराष्ट्र में आ सकेंगे। महाराष्ट्र और न्यू साउथ वेल्स राज्य के बीच करार किया गया है।
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