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Thursday 2 August 2018

स्वच्छ भारत मिशन सिर्फ पंचायतीराज विभाग का कार्यक्रम नहीं : डा. मैत्रेय

गोण्डा। भारत विदेश सेवा के रिटायर्ड अफसर डा0 राकेश मैत्रेय ने बृहस्पतिवार को आयुक्त सभागार में आयोजित स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अन्तर्विभागीय समन्वय एवं अधिकारीगण कार्य दक्षता कार्यशाला में बतौर मुख्य वक्ता अपने विचारों से उपस्थित अधिकारियों को झकझोर दिया अैर अधिकारियों को यह चेताया कि स्वच्छ भारत मिशन सिर्फ पंचायतीराज विभाग का कार्यक्रम नहीं बल्कि सभी विभागों के सहयोग से फलीभूत होने वाली भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है जिसका सीधा सम्बन्ध देश के हर नागरिक से चाहे वो किसी भी तबके से आता हो।
आयुक्त देवीपाटन मण्डल की अध्यक्षता में आयुक्त सभागार में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अन्तर्विभागीय समन्वय एवं अधिकारीगण कार्य दक्षता कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें भारत विदेश सेवा के रिटायर्ड अफसर डा0 राकेश मैत्रेय ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन को गांव में धरातल पर लागू करने के कम्यूनिकेशन यानी सम्प्रेशण की आवश्यकता है। जब हर अधिकारी यह अहसास करेगा कि यह जिम्मेदारी सिर्फ पंचायतीराज विभाग की ही नहीं बल्कि सभी विभागों की सामूहिक जिम्मेदारी है, तभी स्वच्छ भारत मिशन सफल हो सकता है।
उन्होंने कहा कि हमें लोगों की आदतें बदलनी होगीं। उन्होने खुलकर अपनी बात रखते हुए कहा कि भारत के गांवों में आज भी लोगों को जब शौचालय बनवाने व उसके उपयोग के बारे में अनुरोध करिए तो वे लड़ जाते हैं। तो जहां समाज में ऐसे लोग रह रहे हों वहां के लोगों के मोटीवेट करने के लिए हमें उन्हें तर्क देना होगा और उनके सामने यह साबित करना होगा कि ऐसा नहीं किया तो आपका यह नुकसान होगा।
उन्होने आंक़ड़े देते हुए बताया कि प्रतिवर्श भारत में गन्दगी के कारण दो हजार बच्चे प्रति घन्टे मौत के मुंह में समा जाते हैं तथा गन्दगी के कारण भारत में प्रतिवर्श बीमारियों पर 35 हजार करोड़ रूपए का खर्चा इलाज के लिए लोगों द्वारा किया जाता है। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी और बीएसए से कहा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों तथा अध्यापकों का सम्मेलन कराएं। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री और आशा बहुएं ऐसी श्रृंखला जिनमें हर घर की औरतें सीधे जुड़ी हुई होती हैं। यदि वे महिलाओं को शौचालय बनवाने के लिए प्रेरित करें तो इसके बहुत ही अच्छे परिणाम सामने आएगें। उन्होने कहा कि सभी अधिकारी जिन्हे जो भी दायित्व दिया गया है यदि वे पूरी ईमानदारी से निभाएं और जनता के बीच तथा प्रेक्टिकली काम करें तभी सही ढंग से स्वच्छ भारत मिशन का क्रियान्वयन हो पाएगा। मैत्रेय ने गांव की एक एक सच्ची और आंखो देखी हुई बातों के उदाहरण देकर मीटिंग में बैठे अधिकारियों को सोचने पर मजबूर कर दिया।
आयुक्त देवीपाटन मण्डल सुधेध कुमार ओझा ने कहा कि स्वच्छता अभियान बिना जन जागरण के सम्भव नहीं है इसीलिए उनके द्वारा पूरे मण्डल के 7165 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में एक साथ स्वच्छता रैली निकलवाकर लोगों को जागरूक करने का अभियान चलाया गया है।
कार्यशाला में डीएम गोण्डा कैप्टेन प्रभान्शु श्रीवास्तव, सीडीओ अशोक कुमार, संयुक्त विकास आयुक्त देवीपाटन मण्डल वीके पाठक, उपनिदेशक पंचायतीराज एसएन सिंह, सीएमओ डा0 संतोश श्रीवास्तव, डीपीआरओ घनश्याम सागर, डीडीओ रजत यादव उपस्थित रहे।

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