नई दिल्ली। सरकार ने बुधवार को एयर कंडीशन, रेफ्रिजेटर, वाशिंग मशीन्स, रेडियल कार टायर्स समेत 19 सामानों के आयात पर मूल आधार शुल्क में बढ़ोतरी की है, ताकि गैर-जरूरी चीजों के आयात को कम किया जाए, ताकि चालू खाते के बढ़ते घाटे को थामा जा सके। राजस्व विभाग द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि नए शुल्क बुधवार आधी रात से लागू हो जाएंगे। जिन 19 सामानों पर आयात शुल्क में बढ़ोतरी की गई है, उनका वित्त वर्ष 2017-18 में कुल 86,000 करोड़ रुपये कीमत का आयात किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में पिछले हफ्ते हुई उच्चस्तरीय बैठक में डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरती कीमत और अर्थव्यवस्था को लेकर हुई चर्चा के बाद यह फैसला किया गया है। इस बैठक में पांच कदम उठाने का फैसला किया गया था, जिसमें चालू खाते के बढ़ते घाटे को थामने के लिए गैर जरूरी चीजों के आयात को कम करने का फैसला भी शामिल था।
अब 10 किलोग्राम से कम वजन के एयर कंडीशनर, घरेलू रेफ्रिजेटर और वाशिंग मशीन्स पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी कर दिया गया है।
एयर कंडीशनर और रेफ्रिजरेट के कंप्रेसर्स पर आयात शुल्क 7.5 फीसदी से बढ़ाकर 10 फीसदी कर दिया गया है, जबकि स्पीकर्स और रेडियल कार टायर्स पर आयात शुल्क को 10 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी कर दिया गया है।
फुटवेयर पर अब 20 फीसदी से बढ़ाकर शुल्क को 25 फीसदी कर दिया गया है। गैर-औद्योगिक हीरा (कच्चा हीरा के अलावा) पर अब पांच फीसदी की जगह पर 7.5 फीसदी आयात शुल्क लगेगा।
आयातित स्पीकर्स पर आयात शुल्क पांच फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी कर दिया गया है, जबकि सोने और चांदी के सामानों पर 15 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी कर दिया गया है।
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