2 October Hindi Poem | Poem On Mahatma Gandhi and Lal Bahadur Shastri In Hindi | Kavita | Lyrics | Geet | महात्मा गांधी | लाल बहादुर शास्त्री | पोएम | कविता | गाना | गीत
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एक थे लाल और एक थे बापू
एक थे लाल और एक थे बापू
कहाँ हैं अब ऐसे लाल और बापू
दोनों ने जीवन, सर्वस्व किया, नौछावर
अपनी इस जननी की खातिर
आओ मिलकर दिया जलाएं
जन्मदिन उनका मनाएँ
सुख,समृधि का जो देखा उन्होंने सपना
उसको पूरा करने का क्योँ न ले प्रण अपना
प्यारे बापू प्यारे शास्त्री जी
धन्यभाग हमारे
जो हम इस धरती पर आए
जहां ऐसे कर्णधार हमने हैं पाये
अपने कर्मठ अमर सपूतों को
उनके पसीने की एक एक बूंदों को
क्योँ न याद करे हम दोनों को
भावबिह्वल होकर दोनों को
इस धरा के अमर सपूतों को
एक ने बोला जय जवान -जय किसान
दूसरे बोले रघुपति राघव राजा राम
दोनों की थी एक ही बोली
देश हमारा खेले होली(रंगों की)
क्योँ न बोलें हम ये आज
भारत, बन जाए हम सबकी शान
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आज है दो अक्टूबर का दिन, आज का दिन है बड़ा महान
आज है दो अक्टूबर का दिन, आज का दिन है बड़ा महान
आज के दिन दो फूल खिले हैं, जिनसे महका हिंदुस्तान!
नाम एक का बापू गाँधी और एक लाल बहादुर है
एक का नारा अमन, एक का जय जवान जय किसान!
जय जवान जय किसान !
जय जवान जय किसान !
बापू जिसने मानवता का दुनिया को सन्देश दिया
बागडोर भारत की सम्हालो नेहरु को आदेश दिया,
लाल बहादुर जिसने हमको गर्व से जीना सिखलाया
सच पूछो तो गीता का अध्याय उसी ने दोहराया
जय जवान जय किसान !
जय जवान जय किसान !
विश्व शांति के हित में देखो उन वीरों ने दिए है प्राण
एक का नारा अमन, एक का जय जवान जय किसान!
जय जवान जय किसान !
जय जवान जय किसान !
मेरे मुन्ने 2 अक्टूबर के शुभ दिन ही तू जन्मा
मेरी यही दुआएं है कि उन जैसा ही तू बनना
और जो उन जैसा ना बन पाए तो फिर इतना करना
कम से कम उनके बतलाए रस्ते पर ही तू चलना
जय जवान जय किसान !
जय जवान जय किसान !
जिन पर दुनिया नाज़ करेगी तू है उन वीरों की शान
एक का नारा अमन, एक का जय जवान जय किसान!
जय जवान जय किसान !
जय जवान जय किसान !
आज है दो अक्टूबर का दिन, आज का दिन है बड़ा महान
आज के दिन दो फूल खिले हैं, जिनसे महका हिंदुस्तान!
जय जवान जय किसान !
जय जवान जय किसान !
गुलशन बावरा
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