Gandhi Jayanti Poem In Hindi |Mahatma Gandhi Par Kavita | गाँधी जयंती पर कविता
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ली सच की लाठी उसने
ली सच की लाठी उसने
तन पर भक्ति का चोला
सबक अहि़सा का सिखलाया
वाणी में अमृत उसने घोला
बापू के इस रंग में रंग कर
देश का बच्चा- बच्चा बोला
कर देगें भारत माँ पर अर्पण
हम अपनी जान को
हम श्रद्घा से याद करेगें
गाँधी के बलिदान को
चरखे के ताने बाने से उसने
भारत का इतिहास रचा
हिन्दू,मुस्लिम,सिख,ईसाई
सबमें इक विश्वास रचा
सहम गया विदेशी फिरंगी
लड़ने का अभ्यास रचा
मान गया अंग्रेजी शासक
बापू की पहचान को
हम श्रद्धा से याद करेगें
गाँधी के बलिदान को
Gandhi Jayanti Poem In Hindi
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जय हो
जय हो जय हो हे गांधी तेरी जय हो
तुमने हमें सिखाया, जो भी उसकी
सदा विजय हो
धर्मभाव भूतल में छाए
कर्मभाव जन जन में आए
निष्कामी जीवन फल पाए
ईश्वर में विश्वास अटल मन स्वस्थ
नितांत अभय हो
सत्य सनातन नित्य प्रचारें
शुभ कृतियों के तथ्य विचारेँ
निज मानस के दोष सुधारें
करें सभी स्वाध्याय निरंतर पाप सभी
के क्षय हों
ऊंच नीच के भाव बिसारें
कलुष कामना सकल निवारें
समता भाव समाज प्रसारें
सदाचार हो ध्येय हमारा नवयुग का
अभिनय हो
आत्मशक्ति विस्तार करें हम
दीनों का उद्धार करें हम
शरणागत का मान करें हम
निज सर्वस्व राष्ट्र पर वारें, हर प्रभात
संचय हो
Gandhi Jayanti Poem In Hindi
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बापू महान, बापू महान
बापू महान, बापू महान!
ओ परम तपस्वी परम वीर
ओ सुकृति शिरोमणि, ओ सुधीर
कुर्बान हुए तुम, सुलभ हुआ
सारी दुनिया को ज्ञान
बापू महान, बापू महान!!
बापू महान, बापू महान
हे सत्य-अहिंसा के प्रतीक
हे प्रश्नों के उत्तर सटीक
हे युगनिर्माता, युगाधार
आतंकित तुमसे पाप-पुंज
आलोकित तुमसे जग जहान!
बापू महान, बापू महान!!
दो चरणोंवाले कोटि चरण
दो हाथोंवाले कोटि हाथ
तुम युग-निर्माता, युगाधार
रच गए कई युग एक साथ ।
तुम ग्रामात्मा, तुम ग्राम प्राण
तुम ग्राम हृदय, तुम ग्राम दृष्टि
तुम कठिन साधना के प्रतीक
तुमसे दीपित है सकल सृष्टि ।
Gandhi Jayanti Poem In Hindi
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जन्मदिवस बापू का आया
जन्मदिवस बापू का आया
सारे जग ने शीश नवाया
यह जीवन की शिक्षा का दिन
पावन आत्मपरीक्षा का दिन
मानवता की इच्छा का दिन
जगती का कण-कण हर्षाया
जन्मदिवस बापू का आया
जिसने खुशियाँ दी जीवन को
कोटि-कोटि दलित जनों को
सरल कर दिया जीवन रण को
ऊँच-नीच का भेद मिटाया
जन्मदिवस बापू का आया
जन्मदिवस बापू का आया
सत्य प्रेम का पथ अपना कर
क्षमा, कर्म के भाव जगा कर
स्वर्ग उतारा था वसुधा पर
युग का था अभिशाप मिटाया
जन्मदिवस बापू का आया
आज तुम्हारी मीठी वाणी
गूँज रही जानी पहचानी
अमर हुए तुम जीवन-दानी
घर-घर नव प्रकाश लहराया
जन्मदिवस बापू का आया
तुमने अपना आप गँवाकर
दानवता के बाग़ मिटाकर
सबके आगे माथ झुकाकर
मानवता का मान बढाया
जन्मदिवस बापू का आया
Gandhi Jayanti Poem In Hindi
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इस युग कि पहचान हैं गाँधी
भारत के सम्मान है गाँधी।
इस युग कि पहचान हैं गाँधी।।
चौराहों पर खड़े है गाँधी।
मैदानो के नाम है गाँधी।।
दीवारों पर टंगे है गाँधी।
पढने -पढ़ाने में है गाँधी।।
राजनीति में भी है गाँधी।
मज़बूरी का नाम हैगाँधी।।
टोपी कि एक ब्रांड है गाँधी।
वोट में गांधी ,नोट में गाँधी।।
अगर नहीं मिलते तो वह है।
जनमानस की सोच में गांधी।।
Gandhi Jayanti Poem In Hindi
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