मुंबई में सबसे ज्यादा अमीर
मुंबई- भारतीयों में अमीरों की सूची में रिलायंस ग्रुप ऑफ कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी लगातार सातवें वर्ष भी शीर्ष पर हैं। ’बार्क लेस हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2018’ के ताज़े संस्करण में भारत के उन अमीरों की सूची जारी की गई है, जिनकी संपत्ति एक हजार करोड़ रुपए से अधिक है। इसमें मुकेश अंबानी 3 लाख 71 हजार करोड़ रुपए की कुल संपत्ति के साथ लगातार सातवें साल भी शीर्ष पर कायम हैं। यह सूची बुधवार को जारी की गई।
ग्रेफाइट इंडिया के कृष्ण कुमार बांगर की संपत्ति में सबसे अधिक 430 प्रतिशत का इजाफा हुआ है । ओरावले स्टेस के रितेश अग्रवाल (24 वर्ष) इस सूची में सबसे कम आयु के और एमडीएच मसाले के धरमपाल गुलाटी (95 वर्ष) सबसे अधिक आयु के अमीर हैं। 136 प्रविष्टियों के साथ इस साल महिला अमीरों की संख्या में 157 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। 9 अमीरों की दौलत पिछले एक साल में दोगुनी हुई है जबकि 168 अमीरों की दौलत घटी है।
सूची में शामिल 831 भारतीयों की सम्मिलित संपत्ति 719 अरब यूएस डाॅलर है जो कि भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 2,848 यूएस डाॅलर का एक चौथाई हिस्सा है। इस वर्ष के संस्करण में 306 नए नाम शामिल हुए हैं। वर्ष 2017 में इस सूची में शामिल होने वाले 75 अमीर वर्ष 2018 की सूची में जगह नहीं बना पाए हैं। जिन अमीरों के पास 9,000 करोड़ रुपए या इससे अधिक की संपत्ति है उन्हे शीर्ष 100 रैंकिंग में जगह दी गई है।
मुंबई अमीर और मशहूर हस्तियों का शहर बन कर उभरा है। इस सूची में 233 अमीरों के नाम मुंबई से हैं, जबकि नई दिल्ली और बेंगलुरु क्रमशः 163 और 70 नामों के साथ दूसरे व तीसरे स्थान पर हैं। हुरुन रिपोर्ट इंडिया और बार्कलेस की रिपोर्ट हर साल जारी होती है। जिनके पास 1000 करोड़ रुपए या इससे अधिक की सम्पत्ति है उनकी इस साल की सूची में अमीरों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है। वर्ष 2017 में यह आंकड़ा 617 था जो अब बढ़कर 831 हो गया है। यह सूची 31 जुलाई 2018 को जीवित भारतीयों की निवल संपत्ति के आधार पर संकलित की गई है। उस दिन एक यूएस डाॅलर की कीमत 68.51 रुपए थी। इस सूची में केवल भारतीय शामिल हैं, जिनका जन्म या पालन-पोषण भारत में हुआ है।
हुरुन रिपोर्ट इंडिया के एमडी व चीफ रिसर्चर अनस रहमान जुनैद ने बताया भारतीय व्यापार फलफूल रहा है। बीते दो वर्षों में 1,000 करोड़ रुपए से अधिक संपत्ति वाले भारतीयों की तादाद दोगुनी हो गई है। वर्ष 2016 में इनकी संख्या 339 थी जो अब 831 हो चुकी है। दिलचस्प है कि भारतीय अमीरों की सूची दुनिया में अमीरों की सबसे तेजी से बढ़ती सूची है। बार्क लेस प्राइवेट क्लाइंट्स के सीईओ सत्य नारायण बंसल के मुताबिक भारत में संपत्ति निर्माण में अभूतपूर्व गति से हो रही है। संपत्ति संचय करने में अब पहले के मुकाबले कम वक्त लग रहा है। हम ऐसे उद्यमियों के नए वर्ग को उभरता देख रहे हैं जो एक उद्यम स्थापित करने के बाद दूसरा नया उद्यम स्थापित करने में जुट जाते हैं।
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