नई दिल्ली। एक तरफ सुप्रीम कोर्ट अयोध्या मामले पर बड़ा फैसला सुना रहा था। तो दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के रामभक्त होने के पोस्टर शहर से लेकर हर तरफ चर्चा के केन्द्र में थे। महज 10 दिन के अंतराल में ‘शिवभक्त’ से रामभक्त’ बने राहुल गांधी के पोस्टर लोगों के बीच खासी चर्चा बटोर रहे है। दरअसल 17 सितंबर को श्री गांधी के भोपाल दौरे के दौरान राजधानी में स्थान-स्थान पर उनके ‘शिवभक्त’ होने संबंधित पोस्टर लगे हुए थे, वहीं आज श्री राम की नगरी के नाम से चर्चित मध्यप्रदेश के सतना जिले के चित्रकूट दौरे के दौरान उनके ‘रामभक्त’ होने से जुड़े पोस्टर सबका ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। इन पोस्टरों मेें उन्हें ‘रामभक्त पंडित राहुल गांधी’ के नाम से संबोधित किया गया है।
कांग्रेस पर मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के पहले सॉफ्ट हिंदुत्व के लगातार आरोप लग रहे हैं। ऐसे में इन पोस्टरों ने भारतीय जनता पार्टी को कांग्रेस पर हमला करने के और मौके दे दिए हैं।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि राहुल हिन्दू, गैर हिन्दू, जनेऊधारी हिन्दू और अब कभी शिवभक्त और कभी रामभक्त, वोट के लिए ना जाने कितने रूप धरेंगे। उन्होंने कहा कि ‘बहरूपिये’ राहुल गांधी को समझना चाहिए कि ये 2018 का भारत है और उनके खानदान के ये दाव अब पुराने हो गए हैं।
वहीं कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि धर्म निजी आस्था का प्रश्न है, हिंदू धर्म में हजारों देवी-देवताओं का अस्तित्व है और ऐसे में कौन किसकी भक्ति करता है, ये उसकी आस्था है।
भाजपा के श्री गांधी पर वोट बैंक की राजनीति के लिए इस प्रकार के रूप धरने संबंधित आरोपों पर श्री गुप्ता ने कहा कि भाजपा अधार्मिक सोच वाली पार्टी है और इसलिए वह आध्यात्म को लेकर भी ओछी सोच प्रदर्शित कर रही है।
श्री गांधी का आज चित्रकूट के श्री कामतनाथ मंदिर में दर्शन के साथ मध्यप्रदेश का दो दिवसीय दौरा शुरू हुआ है। वे यहां चित्रकूट, सतना और रीवा में सभा करेंगे। इसके पहले उन्होंने 17 सितंबर को राजधानी भोपाल में रोड शो और कार्यकर्ताआें के साथ संवाद किया था।
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