दिलीप अग्निहोत्री
पर्यटन के अनेक क्षेत्र होते है। उत्तर प्रदेश में अपवाद छोड़ कर सभी की उपलब्धता है। यहां के धार्मिक पर्यटन का तो वैश्विक महत्व है। काशी, सारनाथ, अयोध्या, मथुरा वैश्विक धार्मिक पर्यटन केंद्र है। भगवान कृष्ण के प्रति योरोप, अमेरिका के लाखों लोगों की आस्था है। इनका श्रीकृष्ण जन्मभूमि से भी लगाव है। बड़ी संख्या में लोग इन धार्मिक पर्यटन स्थलों पर आते रहते हैं। लेकिन स्वतंत्रता के बाद वैश्विक पर्यटन की दृष्टि से इन स्थानों का समुचित विकास नहीं किया गया। उस समय से सुनियोजित विकास की योजना बनाई जाती तो आज यहां कोई समस्या नहीं होती।
यह अच्छा है कि उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस ओर विशेष ध्यान दिया है। इन सभी महत्वपूर्ण स्थानों को विश्वस्तरीय धार्मिक पर्यटन स्थल बनाने की दिशा में वह कारगर कदम उठा रहे है। इस बार श्रीकृष्णजन्माष्टमी के ठीक पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चार सौ दो करोड़ रुपये की सौगात दी है। ब्रज विकासोत्सव में मुख्यमंत्री ने एक सौ आठ करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण कर दो सौ चौरानबे करोड़ रुपये की योजनाओं को शिलान्यास कियज्ञं वृंदावन के नगला राम ताल स्थित कृष्णा कुटीर महिला आश्रय सदन का उद्घाटन किया। इस प्रकार के आश्रम के निर्माण के लिए काशी और लखनऊ में भी भूमि उपलब्ध कराएंगे, जिसकी देखभाल प्रदेश सरकार करेगी।
योगी ने केंद्र सरकार द्वारा छप्पन करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए कृष्ण कुटीर महिला सदन का उद्घाटन किया। ऐसा नहीं कि योगी आदित्यनाथ ने विकास के यह कार्य अभी किये है। शासन संभालने के बाद ही उन्होंने इस ओर ध्यान देना शुरू कर दिया था। इसके लिए उन्होंने उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की स्थापना की थी। मुख्यमंत्री उसके पदेन अध्यक्ष बनाये गए है। इस विकास परिषद ने कार्य भी शुरू कर दिया था। पिछले दिनों योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई बैठक में तीन सौ अठारह करोड़ रुपये से अधिक की परियोजना मंजूर की गई थी। इसके अलावा गोवर्धन, मथुरा, वृंदावन, गोकुल, बरसाना, कोसीकलां और नंदगांव में भी विकास कार्य किये जायेगें।
प्रदेश ब्रज विकास बोर्ड का गठन कर उसके कार्यकारी अध्यक्ष को मुख्य सचिव स्तर के प्रशासनिक अधिकार सौंप दिए थे। पैंतालीस करोड़ रुपये के प्रस्ताव इसी बोर्ड ने बनाये थे।
इसमें से वृंदावन परिक्रमा मार्ग का विकास, गोवर्धन में बड़ी और छोटी परिक्रमा मार्ग व्यवस्था के अलावा सीसीटीवी कैमरे और साउंड सिस्टम लगने हैं। मथुरा में रेलवे के निकट कृष्णा लेक का विकास किया जाएगा। मांट में भांडीरवन का जीर्णोद्धार, भरनाखुर्द गांव में सूर्यकुंड का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण, बरसाना में गोवर्धन ड्रेन के पास दो यात्री जनसुविधा केंद्र, राधारानी मंदिर के पास उद्यान विभाग की भूमि पर जलपान गृह का निर्माण और मार्ग पर प्रकाश व्यवस्था की जानी है। इसके अलावा नंदगांव में रंगीली चौक और मंदिर की सीढ़ियां, कोकिलावन में परिक्रमा मार्ग और जनसुविधा, गोकुल में रसखान समाधि में इंटरप्रिटेशन सेंटर और महावन स्थित ब्राह्मण घाट का जीर्णोद्धार होना है।
प्रसाद योजना में रोडवेज बस स्टेशन गोवर्धन में मल्टीलेवल पार्किंग, गोवर्धन परिक्रमा मार्ग पर काम, सूर्य कुटी में चंद्रसरोवर पर लाइट एंड साउंड सिस्टम, कुसुम सरोवर पर म्यूजिकल फाउंटेन और मानसी गंगा के पास जनसुविधा का निर्माण होगा। ब्रज विकास योजना के तहत पंचवर्षीय योजना तैयार की जा रही है। वृंदावन में दो वन ब्लॉक का विकास चल रहा है। इसके तहत सुनरख में करीब एक सौ उन्नीस हेक्टेयर और अहिल्यागंज बांगर की चार सौ हेक्टेयर और गोवर्धन परिक्रमा में वन विभाग की जमीन को ब्रज विकास परिषद को दिया जा रहा है। स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री ने मथुरा के विकास के लिए अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों प्रकार की योजनाएं बनाई हैं। इससे यह उम्मीद है कि निकट भविष्य में मथुरा ही नहीं अन्य धर्मिक पर्यटन नगरों का विश्व स्तरीय विकास होगा। इतना ही नहीं योगी ने एक जिला एक उत्पाद की तर्ज पर एक जिला एक पर्यटन केंद्र की योजना बनाएगी। इसका लाभ पूरे प्रदेश को मिलेगा।।
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