नई दिल्ली। यूपी में कानून व्यवस्था को लेकर भले ही बड़े बड़े दावे किए जा रहे हो लेकिन हकीकत कुछ और ही है। ताजा मामला शहर इलाहाबाद में एक रिटायर्ड दरोगा को सरेआम पीट-पीटकर मौत के घाट उतारे जाने से इन दावों की सच्चाई सामने आ गई है। दबंगों ने रिटायर्ड दरोगा पर उस वक्त लाठी- डंडों से गली में भीड़ के सामने जानवरों की तरह बेरहमी से पिटाई की, जब वह साइकिल से सब्जी लेने के लिए जा रहे थे। इस मामले में दबंगों द्वारा रिटायर्ड दरोगा को सरेआम पीटे जाने का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है।
सीसीटीवी में कैद वीडियों रोंगटे खड़े कर देने वाला है। तीन लोग बुजुर्ग रिटायर्ड दरोगा को लाठी -डंडों से बेरहमी से पीटते हुए नजर आ रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर अपनी तफ्तीश शुरू कर दी है। फिलहाल किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। रिटायर्ड दरोगा को सरेआम पीट- पीटकर बेरहमी से मौत के घाट उतारे जाने की इस सनसनीखेज वारदात ने यूपी की क़ानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े कर दिए है।
मूल रूप से प्रतापगढ़ के रहने वाले यूपी पुलिस के रिटायर्ड दरोगा अब्दुल समद इलाहाबाद के शिवकुटी इलाके में रहते हैं। तकरीबन पैंसठ साल के अब्दुल समद का अपने पड़ोस के ही जुनैद उर्फ़ जुन्नू से एक ज़मीन को लेकर विवाद चल रहा था। अपराधी किस्म के जुनैद ने कई बार रिटायर्ड दरोगा को जान से मारने की धमकी दी थी। सोमवार की सुबह अब्दुल समद साइकिल से सब्जी लेने के लिए निकले। वह घर से कुछ ही दूर पहुंचे थे कि सबसे पहले जुनैद ने उन्हें रोक लिया और उन पर लाठियों से वार शुरू कर दिया।
बुजुर्ग अब्दुल समद ज़मीन पर गिरकर तड़पने लगे तभी जुनैद के दो और साथी हाथ में लाठी -डंडे लेकर पहुंच गए। जुनैद के साथ ही वह दोनों भी रिटायर्ड अब्दुल समद पर बेरहमी से लाठी -डंडे बरसाने लगे। इस दौरान गली में तमाम लोग गुजरे, लेकिन रिटायर्ड दरोगा की मदद के लिए कोई भी आगे नहीं आया। घायल अब्दुल समद को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान शाम को उनकी मौत हो गई।
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