Teachers Day Poem In Hindi | शिक्षक दिवस पर कवितायें | Alienture हिन्दी

Breaking

Post Top Ad

X

Post Top Ad

Recommended Post Slide Out For Blogger

Tuesday 4 September 2018

Teachers Day Poem In Hindi | शिक्षक दिवस पर कवितायें

Teachers Day Poem In Hindi | Teachers Day Par Kavita | Shikshak Diwas Par Kavita

Teachers Day Poem In Hindi

*****

1

हम स्कूल रोज हैं जाते,
शिक्षक हमको पाठ पढ़ाते।

दिल बच्चों का कोरा कागज,
उस पर ज्ञान अमिट लिखवाते।

जाति-धर्म पर लड़े न कोई,
करना सबसे प्रेम सिखाते।

हमें सफलता कैसे पानी,
कैसे चढ़ना शिखर बताते।

सच तो ये है स्कूलों में,
अच्छा इक इंसान बनाते।

– संतोष कुमार सिंह

*****

2

जानवर इंसान में जो भेद बताये,
वही सच्चा गुरु कहलाये।।

जीवन पथ पर जो चलना सिखाये,
वही सच्चा गुरु कहलाये।।

जो धैर्यता का पाठ पढाये,
वही सच्चा गुरु कहलाये।।

संकट में जो हसना सिखाये,
वही सच्चा गुरु कहलाये।।

पग-पग पर परछाई सा साथ निभाए,
वही सच्चा गुरु कहलाये।।

जिसे देख आदर से सर झुक जाए,
वही सच्चा गुरु कहलाये ।।

Teachers Day Poem In Hindi | Teachers Day Par Kavita | Shikshak Diwas Par Kavita

*****

3

सर को कैसे याद पहाड़े?
सर को कैसे याद गणित?
यह सोचती है दीपाली
यही सोचता है सुमित।।

सर को याद पूरी भूगोल
कैसे पता कि पृथ्वी गोल?
मोटी किताबें वे पढ़ जाते?
हम तो थोड़े में थक जाते।।

तभी बोला यह गोपाल
जिसके बड़े-बड़े थे बाल
सर भी कभी तो कच्चे थे
हम जैसे ही बच्चे थे।।

पढ़-लिखकर सब हुआ कमाल
यूँ ही सीखे सभी सवाल
सचमुच के जादूगर हैं
इसीलिए तो वो सर हैं।।

– प्रतीक सोलंकी

*****

4

मैडम मेरी कितनी अच्छी,
हम बच्चों जैसी सच्ची।

खेल-खेल में हमें पढ़ाती,
ढेरों अच्‍छी बात बताती।

हम बच्चों जैसी प्यारी मैडम,
सबसे अच्छी न्यारी मैडम।

– मो.आजम अंसारी, इंदौर

Teachers Day Poem In Hindi | Teachers Day Par Kavita | Shikshak Diwas Par Kavita

*****

5

टीचर होती एक परी,
सिखाती हमको चीज नई।

कभी सुनाती एक कविता,
कभी सुनाती एक कहानी।

करे कभी जो हम शैतानी,
कान पकड़े, याद आए नानी।

अच्छे काम पर मिले शाबाशी,
टीचर बनाती मुझे आत्मविश्वासी।

टीचर होती एक परी,
सिखाती हमको चीज नई।

‍- मयूरी खंडेलवाल

*****

6

गुरु आपकी ये अमृत वाणी
हमेशा मुझको याद रहे।
जो अच्छा है जो बुरा है
उसकी हम पहचान करे।
मार्ग मिले चाहे जैसा भी
उसका हम सम्मान करे।
दीप जले या अँगारे हो
पाठ तुम्हारा याद रहे।
अच्छाई और बुराई का
जब भी हम चुनाव करे।
गुरु आपकी ये अमृत वाणी
हमेशा मुझको याद रहे।।

– सुजाता मिश्रा

Teachers Day Poem In Hindi | Teachers Day Par Kavita | Shikshak Diwas Par Kavita

*****

7

बच्चों के भविष्य को,
शिक्षक सजाता है।
ज्ञान के प्रकाश को,
शिक्षक जलाता है।
सही-गलत के फर्क को,
शिक्षक बताता है।
शिष्यों को सही शिक्षा,
शिक्षक ही दे पाता है।
ऊंचे शिखर पर शिष्य को,
शिक्षक ही चढ़ाता है।
बच्चों के भविष्य में,
और निखार लाता है।
शिष्य को कभी शिक्षक,
नहीं ढाल बनाता है।
असफल होते जब कार्य में,
अफसोस जताता है।
शिक्षक ही समाज का,
उत्तम जो ज्ञाता है।

– शम्भू नाथ

*****

8

शिक्षक है शिक्षा का सागर
शिक्षक बांटें ज्ञान बराबर,

शिक्षक मंदिर जैसी पूजा,
माता-पिता का नाम है दूजा

प्यासे को जैसे मिलता पानी,
शिक्षक है वो ही जिंदगानी

शिक्षक न देखे जात-पात,
शिक्षक न करता पक्ष-पात,

निर्धन हो या हो धनवान,
शिक्षक को सब एक सामान

शिक्षक माझी नाव किनारा
शिक्षक डूबते को सहारा

शिक्षक का सदा ही कहना
श्रम लगन है सच्चा गहना।।

– हरिंदर सिंह गोगना

*****

Teachers Day Poem In Hindi | Teachers Day Par Kavita | Shikshak Diwas Par Kavita

9

गुरु बिन ज्ञान नहीं
गुरु बिन ज्ञान नहीं रे।

अंधकार बस तब तक ही है,
जब तक है दिनमान नहीं रे।

मिले न गुरु का अगर सहारा,
मिटे नहीं मन का अंधियारा

लक्ष्य नहीं दिखलाई पड़ता,
पग आगे रखते मन डरता।

हो पाता है पूरा कोई भी अभियान नहीं रे,
गुरु बिन ज्ञान नहीं रे।

जब तक रहती गुरु से दूरी,
होती मन की प्यास न पूरी।

गुरु मन की पीड़ा हर लेते,
दिव्य सरस जीवन कर देते।

गुरु बिन जीवन होता ऐसा,
जैसे प्राण नहीं, नहीं रे॥

भटकावों की राहें छोड़ें,
गुरु चरणों से मन को जोड़ें।

गुरु के निर्देशों को मानें,
इनको सच्ची सम्पत्ति जानें।

धन, बल, साधन, बुद्धि, ज्ञान का,
कर अभिमान नहीं रे, गुरु बिन ज्ञान नहीं रे।

गुरु से जब अनुदान मिलेंगे,
अति पावन परिणाम मिलेंगे।

टूटेंगे भवबन्धन सारे, खुल जायेंगे, प्रभु के द्वारे।
क्या से क्या तुम बन जाओगे, तुमको ध्यान नहीं, नहीं रे।

*****

10

विद्या देते दान गुरूजी ।
हर लेते अज्ञान गुरूजी ॥

अक्षर अक्षर हमें सिखाते ।
शब्द शब्द का अर्थ बताते ।
कभी प्यार से कभी डाँट से,
हमको देते ज्ञान गुरूजी ॥

जोड़ घटाना गुणा बताते ।
प्रश्न गणित के हल करवाते ॥
हर गलती को ठीक कराते,
पकड़ हमारे कान गुरूजी ॥

धरती का भूगोल बताते ।
इतिहासों की कथा सुनाते ॥
क्या कब क्यों कैसे होता है,
समझाते विज्ञान गुरूजी ॥

खेल खिलाते गीत गवाते ।
कभी पढ़ाते कभी लिखाते ॥
अच्छे और बुरे की हमको,
करवाते पहचान गुरूजी ॥

– शिव नारायण सिंह

Teachers Day Poem In Hindi | Teachers Day Par Kavita | Shikshak Diwas Par Kavita

*****

यह भी पढ़े –

The post Teachers Day Poem In Hindi | शिक्षक दिवस पर कवितायें appeared first on Ajab Gjab | Hindi.

No comments:

Post a Comment

Post Top Ad