लखनऊ। सरकारी शिक्षक बनने की तमन्ना को दिल मे रखे बेरोजगार युवाओं के लिए योगी सरकार ने एक अच्छी खबर दी है। प्रदेश की योगी सरकार ने दिसंबर में बेसिक शिक्षा विभाग में 68,500 सहायक शिक्षक के पदों पर भर्ती का फैसला किया है। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया 11 दिसंबर से शुरू होगी। वहीं, शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) अब 18 नवंबर को होगी। मुख्यमंत्री योगी ने पेपर लीक और शिक्षक भर्ती की तैयारियों पर बुलाई गयी बैठक में यह निर्णय लिया। मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय और अपर मुख्य सचिव बेसिक डॉ़ प्रभात कुमार ने बैठक के बाद फैसलों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों के हितों को देखते हुए अब टीईटी 4 नवंबर के बजाय 18 नवंबर को कराने का फैसला किया गया है।
इसके लिए 18.75 लाख आवेदन आए हैं। 10 दिसंबर को टीईटी का रिजल्ट घोषित होगा और उसके अगले दिन ही सहायक शिक्षक के पदों पर भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू कर दिए जाएंगे। बीटीसी अभ्यर्थियों की परीक्षा की भी तारीख तय कर दी गई है।
प्रभात कुमार ने बताया कि सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा के पैटर्न में इस बार बदलाव किया जाएगा। परीक्षा सब्जेक्टिव न होकर ओएमआर आधारित बहु विकल्पीय प्रश्नों की होगी। परीक्षा में 150 सवाल पूछे जाएंगे। सूत्रों के अनुसार यह बदलाव पिछली भर्ती के अनुभवों को देखते हुए किया गया है। पिछली बार लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी। इसमें अति लघु उत्तरीय प्रश्न पूछे गए थे।
मूल्यांकन के दौरान आई गड़बड़ियों के चलते कुछ कॉपियों में गलत जवाब पर नंबर मिल गए थे वहीं कुछ को सही जवाब पर भी नंबर नहीं दिया गया था। इन गड़बड़ियों के चलते पूरी भर्ती की साख दांव पर लग गई थी। इसको देखते हुए विभाग ने पूरा पैटर्न ओएमआर बेस्ड बहुविकल्पीय प्रश्नों का कर दिया है जिससे ऐसे गलतियों की गुंजाइश न रहे।
साल 2015 बैच के बीटीसी अभ्यर्थियों की परीक्षा अब 1 से 3 नवंबर के बीच होगी। हाल में ही चौथे सेमेस्टर का पर्चा आउट होने के चलते परीक्षा निरस्त हो गई थी। अभ्यर्थियों को डर था कि बीटीसी की परीक्षा में देरी के चलते रिजल्ट में देरी होगी और इसके चलते अगली शिक्षक भर्ती से वे वंचित रह जाएंगे। इसको लेकर अभ्यर्थियों ने कई जगह प्रदर्शन भी किया था। गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभ्यर्थियों को बुलाकर आश्वासन दिया था कि उनके साथ अन्याय नहीं होगा। इस कड़ी में परीक्षा की तारीख घोषित कर दी गई है। इसका रिजल्ट 10 दिसंबर के पहले ही घोषित कर दिया जाएगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा के साथ ही गृह विभाग व पुलिस के बड़े अफसरों संग भी बैठक की. एसटीएफ को पर्चा लीक की जांच के लिए लगाया गया है. मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय ने बताया कि पर्चा लीक की जांच तीन स्तरों प्रिंटिंग प्रेस, रास्ते में पेपर पहुंचाने और परीक्षा सेंटर से आउट होने की आशंका के आधार पर की जा रही है. सीएम ने साफ कहा है कि आरोपियों की गिरफ्तारी कर अगर गिरोह शामिल हो तो गैंगेस्टर लगाया जाए. दोषी पाए जाने पर संपत्ति भी कुर्क की जाएगी. एसटीएफ़ के आईजी अमिताभ यश ने बताया कि हमें गड़बड़ियों के बारे में कई अहम जानकारियां मिली हैं.

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