नई दिल्ली। अमेरिका के सैन फ्रैंसिस्को के एक डिस्ट्रिक्ट जज ने ट्रंप प्रशासन को बड़ा झटका दिया है। जज ने लाखों प्रवासियों के टेंपररी प्रोटेक्शन स्टैटस (TSP) को खत्म करने के ट्रंप प्रशासन के फैसले को सस्पेंड कर दिया है। इस फैसले ने अमेरिका में रह रहे अल सल्वाडोर, हैती, निकारागुआ और सूडान जैसे देशों के लाखों प्रवासियों को राहत दी है। इन प्रवासियों के ऊपर अमेरिका से अपने देश के लिए डीपोर्ट किए जाने का खतरा मंडरा रहा था।
आपको बता दें कि ट्रंप प्रशासन ने हैती, निकारागुआ, अल सल्वाडोर और सूडान समेत कई देशों के लाखों लोगों से टीपीएस सुरक्षा वापस ले ली थी। कुछ समय पहले ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका में रहने वाले नेपाल के करीब 9,000 अप्रवासी नागरिकों को मिले अस्थाई संरक्षण दर्जे को भी खत्म कर दिया था। गौरतलब है कि अमेरिका में अल सल्वाडोर के लगभग दो लाख लोग रहते हैं, और अन्य देशों के लोगों की भी अच्छी-खासी तादाद है। ऐसे में ट्रंप प्रशासन के टीपीएस को खत्म किए जाने का फैसला लाखों लोगों पर भारी पड़ता।
अमेरिका में टेंपररी प्रोटेक्शन स्टैटस कार्यक्रम की शुरुआत 1990 में की गई थी। इसके तहत विभिन्न देशों के प्रवासियों को कानूनी रूप से अमरीका में रहने और काम करने का अधिकार मिलता है, भले ही वे क़ानूनी रूप से देश में दाखिल हुए हों या नहीं। यह अधिकार सशस्त्र संघर्ष, प्राकृतिक आपदा या फिर महामारी से प्रभावित हुए देशों के नागरिकों को दिया जाता है। राष्ट्रपति जॉर्ज बुश सीनियर द्वारा इस कानून को लाए जाने के बाद से लेकर अब तक अमरीका में 10 देशों के 3 लाख प्रवासियों को टीपीएस सुरक्षा दी गई है।
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