शराबी पुलिस पदाधिकारी के करतूत से पुलिस विभाग की छवि हो रहीं खराब
>> गिरफ्तार थाना प्रभारी नागेन्द्र पासवान भेजा गया जेल
>> आरोपी पुलिस पदाधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के बाद सेवा होगी बर्खास्त
रवीश कुमार मणि
पटना ( अ सं) । शराब के मामले में बिहार पुलिस विभाग की खराब हो रहीं छवि को लेकर जोनल आईजी नैय्यर हसनैन खां काभी गंभीर हो गये हैं । आईजी ने सभी जिले के एसएसपी एवं एसपी के नाम आदेश जारी कर दिया हैं की संदिग्ध आचरण के पुलिस पदाधिकारियों को थाने में न तो पोस्टिंग करें और न ही थानाध्यक्ष बनाएं । आईजी ने कैमुर जिले में शराब के नशे में धूत थाना प्रभारी नागेन्द्र पासवान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश पुलिस अधीक्षक को दिया हैं ।
शराब बंदी के बाद थानेदार बन गया था शराबी
बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू हैं । 2 अक्टूबर ,महात्मा गांधी के 150 वीं जयंती पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट रूप से कहां है की अब कभी भी शराब शुरू होने वाली नहीं हैं ,जहन में कोई सपना नहीं पाले । शराबबंदी लागू हैं और आगे भी लागू रहेगा ,इस मुद्दे पर कोई समझौता नहीं हो सकता । मुख्यमंत्री को बोलें 48 घंटा भी नहीं हुआ था की दो मामले ऐसे सामने आ गये की शराबबंदी पर सवाल खड़ा होने लगा। गोपालगंज जिले का एक थानेदार और एसआई जब्त मालखाने की शराब ही माफियाओं के हाथ बेचने को तैयार हो गया था। पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई करते हुये आरोपी थानेदार को हिरासत में ले लिया । वहीं कैमुर जिले के कुदरा थानाध्यक्ष नागेन्द्र पासवान पर आरोप था की सूबे में शराबंदी के बाद भी यह पुलिस पदाधिकारी लगातार शराब के नशे में रहते हैं । गुरुवार को मोहनियां डीएसपी ने आरोपी थानेदार को गिरफ्तार कर लिया ।मेडिकल चेकअप में शराब की पुष्टि भी हो गयी । गिरफ्तार पुलिस पदाधिकारी नागेन्द्र पासवान को जेल भेज दिया गया ।
पुलिस विभाग में ऐसे लोगों की जगह नहीं -आईजी
कैमुर जिले के कुदरा थाना प्रभारी नागेन्द्र पासवान को जेल भेज दिया गया हैं । पुलिस विभाग पर इस तरह के लगे आरोप को जोनल आईजी नैय्यर हसनैन खां ने गंभीरता से लिया हैं । आईजी एन एच खां ने सभी जिले के एसएसपी एवं एसपी के नाम आदेश जारी किया हैं की जिस पुलिस पदाधिकारी का शराब जैसे गंभीर मामले में आचरण संदिग्ध हैं ,किसी कीमत पर ऐसे पुलिस पदाधिकारी को थाने में पोस्टिंग नहीं करें ,थानेदार तो कतई नहीं बनाएं । पुलिस के एक गलती के कारण पुरे पुलिस विभाग की छवि खराब होती हैं । जो ऐसे तत्व है उनका पुलिस विभाग में कोई जरूरत नहीं हैं ।
जेल भेजा गया पुलिस पदाधिकारी के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
गोपालगंज और कैमुर की घटना को लेकर डीजीपी गंभीर हैं । जोनल आईजी को कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश मिला हैं । आईजी नैय्यर हसनैन खां ने कैमुर एसपी नताशा गुड़िया को आदेश दिया हैं की शराब के मामले में जेल भेजा गया पुलिस पदाधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें ताकि समाज में सही संदेश जाएं । सुत्रों की मानें तो जेल भेजा गया पुलिस पदाधिकारी ,विभागीय कार्रवाई के बाद जल्द बर्खास्त हो सकता हैं । ऐसे मामले में दर्जनों पुलिस पदाधिकारियों को नौकरी तक गंवाना पड़ा हैं ।
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