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Thursday 4 October 2018

हरदोई-घूसखोरी में लिप्त हैं जिला आबकारी अधिकारी,अनुज्ञापियों ने लगाया घूसखोरी का आरोप

सदई बेहटा के अनुज्ञापी को पैसा ना देने पर लगाया था फर्जी मुकदमा
हरदोई।04अक्टूबर।जिले का आबकारी विभाग जहां एक और चर्चा में रहता है वहीं जब से जिला आबकारी अधिकारी मनोज कुमार गौतम में चार्ज संभाला है तो यह कयास लगाए जा रहे थे कि आबकारी विभाग में जातिवादी मानसिकता से उभरकर अब सभी कर्मचारी मिल बांट कर काम करेंगे यहां के बाबू शराब पीकर कार्यालय में नहीं बैठेंगे किंतु निवर्तमान आबकारी अधिकारी के हटते ही वही व्यवस्था व्यवस्थाएं बलवती हो चली है जिन पर निवर्तमान आबकारी अधिकारी ने नियंत्रण लगाया था और इसी बात से कुपित होकर विभाग के सारे बाबू छुट्टी पर चले गए थे अब नए आबकारी अधिकारी पर अनुयायियों द्वारा घूस मांगने जैसी खबरें निरंतर आती रहती हैं जिलाधिकारी भी इस मामले में कोई कार्यवाही करना मुनासिब नहीं समझते हैं ।ऐसा ही एक मामला हरदोई के जिला के आबकारी अधिकारी पर शराब दुकानदारों ने लगाया है। उनका कहना है कि शराब की दुकानों को छोड़ देने के बावजूद भी दुकान आवंटित होने के समय जो प्रतिभूति धनराशि दुकानदारों द्वारा विभाग में जमा कराई गई थी ,उसके लिए अनेकों बार एप्लीकेशन विभाग को दी जा चुकी है लेकिन अभी तक उस पर किसी प्रकार की कोई सुनवाई अधिकारियों द्वारा नहीं की गई। जिसमें दुकानदारों ने बताया कि जब  जिला आबकारी अधिकारी  से दुकानदारों ने इस बारे में बात की तो जिला आबकारी अधिकारी ने प्रतिभूति की धनराशि वापस करने के लिये दस हजार की मांग की। जिसको लेकर तमाम दुकानदारों में मुख्यमंत्री व डीएम और विभाग को जन सुनवाई व शिकायत पत्र दिए लेकिन अभी तक किसी प्रकार की अधिकारियों द्वारा कार्रवाई नहीं की गई, जिसके चलते दुकानदारों में अश्वनी पाल सेमरा चौराहा, प्रेमचन्द्र अर्जुनपुर,सुनीता पाल छिबरामऊ, मंजू पाल सेमरा चौराहा,राजन सिंह सेमरा चौराहा,अनुराग सिंह मवैया, ,सरकार के प्रति उदासीनता देखी जा रही है। जिसके चलते जिला आबकारी अधिकारी के हौसले बुलंद है। अभी कुछ माह पहले सईदबेहटा की सरकारी देसी शराब की दुकान पर फर्जी रूप से पैसे ना देने पर महिला लाइसेंस दार के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था। उसे भी आबकारी होटल में लेनदेन कर निपटा दिया गया था।जिले के आबकारी अधिकारी पर इस प्रकरण में बात करने पर मनोज कुमार  ने बताया कि प्रतिभूति धनराशि वापस करने के बारे में उनके पास किसी प्रकार की कोई लिखित शिकायत अभी तक नहीं पहुंची है लेकिन वहीं दूसरी ओर यह भी बताया कि पूर्व में रहे जिला आबकारी अधिकारी के कार्य पर सवालिया निशान लगाते हुए उन्होंने कहा कि जब से मैं आया हूं तब से अभी तक पुरानी फाइलें हमको नहीं मिली है जिससे की आगे की कार्रवाई की जा सके। साथ में यह भी बताया कि प्रतिभूति धनराशि में विलंब होने की बात भी कबूली है।

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