नई दिल्ली। पृथ्वी शॉ ने पहले टेस्ट मैच में उतरते ही धमाल मचाते हुए उन्होंने अपनी पहली ही टेस्ट पारी मे बता दिया कि वो किसी से कम नही हैं। बता दें कि राजकोट में वेस्टइंडीज के ख़िलाफ़ भारत के 293 वें टेस्ट क्रिकेटर बने पृथ्वी शॉ ने अपनी पहली ही पारी में टेस्ट शतक जड़ दिया है।
गौरतलब है कि सीरीज से पहले उनके साथी खिलाड़ी अजिंक्य रहाणे और कोच रवि शास्त्री ने सलाह दी थी कि अपने खेल और स्टाइल में बदलाव की ज़रूरत नहीं है और शॉ ने ऐसा ही किया। टॉस जीत कर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी भारतीय टीम की पारी का आगाज़ करने उतरे पृथ्वी शॉ ने जिस निर्भीक अंदाज में बल्लेबाज़ी की उसे देख कर यह कहीं से नहीं लग रहा था कि महज 18 वर्षीय इस क्रिकेटर का यह पहला टेस्ट है।
बता दें कि उनके बल्ले से सबसे पहले निकले तीन रन। फिर तो उन्होंने चौके की बौछार कर दी और इस दौरान पृथ्वी शॉ की बल्लेबाज़ी में स्ट्रेट ड्राइव, कवर ड्राइव, ऑफ़ ड्राइव, स्कवेयर कट, लेग ग्लांस, कट, पुल, स्वीप, रिस्ट वर्क जैसे तमाम शॉट्स निकले। उन्होंने केवल 56 गेंदों में अर्धशतक जड़ दिया और इसके साथ ही अपने पहले ही मैच में रिकॉर्ड बना डाला। इस अर्धशतक के साथ पृथ्वी शॉ पहले टेस्ट में अर्धशतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय बल्लेबाज़ बन गए। चार साल की उम्र में अपनी मां को खोने वाले पृथ्वी शॉ मुंबई के बाहरी इलाके विरार में पले बढ़े हैं।
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