लखनऊ। गाजीपुर जिले के खानपुर क्षेत्र में धर्मांतरण का मामला प्रकाश मे आया है। खानपुर क्षेत्र के जल्दीपुर, नेवादा और बुझवल गांव में करीब तीस हिंदू परिवारों के ईसाई धर्म अपनाने की बात सामने आ रही है। हालांकि ईसाई धर्म अपनाने वाले हिंदू परिवार इस बात को झूठा बता रहे है और इस मामले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। लेकिन इन गांवों के कई घरों पर ईसाई धर्म का प्रतीक चिन्ह क्रॉस दिखाई दे रहा है। धर्मांतरण की सूचना पर जिला प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
बताया जा रहा है कि खानपुर क्षेत्र के नेवादा, जल्दीपुर और बुझवल गांव के करीब तीस हिंदू परिवारों ने गुपचुप तरीके से ईसाई धर्म अपना लिया है। इन गांवों के कई घरों के बाहर ईसाई धर्म के प्रतीक चिन्ह क्रॉस बनाया गया है। घरों के अंदर ईसा मसीह की तस्वीर रखी गई है। लेकिन इस मामले में लोग कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।
ईसाई धर्म अपनाने की बात पर इन परिवारों ने चुप्पी साध रखी है। लेकिन इन परिवार के बच्चों ने ईसाई धर्म की प्रार्थना सभा में जाने और ईसा मसीह की पूजा की बात स्वीकारी है। संबंधित लोगों का कहना है कि बीमारी और परेशानी से छुटकारे के लिए वे लोग ईसाई प्रार्थना सभा में गए हैं। जबकि प्रबुद्ध लोगों का मानना है कि हिंदू समाज के गरीब लोगों को ईसाई मिशनरियां प्रलोभन देकर लंबे समय से धर्म परिवर्तन के खेल में लगी हैं।
गाजीपुर के खानपुर क्षेत्र में धर्मांतरण के मामले की बात सामने आने के बाद जिला प्रशासन भी हरकत में आया है। डीएम के बालाजी का कहना है कि पिछले दिनों जौनपुर जिले के चंदवक क्षेत्र में धर्म परिवर्तन का मामले से गाजीपुर का मामला जुड़ा हो सकता है। ऐसे में पूरे मामले की गंभीरता से जांच और कार्यवाई के आदेश दिए गए हैं।
खानपुर क्षेत्र के करीब तीस परिवारों के धर्म परिवर्तन का मामला सामने आने से राजनैतिक और सामाजिक गलियारों के साथ-साथ जिला प्रशासन में भी हड़कंप मचा हुआ है।
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