लखनऊ। राजधानी लखनऊ के पंडित गोविन्द वल्लभ पंत पर्वतीय सांस्कृतिक उपवन गोमती तट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10 दिवसीय उत्तराखंड महोत्सव 2018 का उद्घाटन किया। उत्तराखंड की संस्कृति छटा वहां मौजूद कलाकारों ने और बिखेर दी। रंग बिरंगी वेशभूषा पहने कलाकारों ने सभी का मन मोह लिया। इस दौरान दो दिन के दौरे पर लखनऊ पहुंचे भारतीय थलसेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत भी मौजूद रहे। उत्तराखंड महोत्सव में कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने भी शिरकत की। सीएम योगी ने महोत्सव का दीप जलाकर उद्घाटन किया। उत्तराखण्ड महापरिषद की ओर से सीएम को केदार नाथ मंदिर का प्रतीक चिन्ह और अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
समापन के दौरान मौजूद रहेंगे उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री
बता दें, 19 नवंबर को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और 25 नवंबर को महोत्सव के समापन पर उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत भी मौजूद रहेंगे। महोत्सव में खादी ग्रामोद्योग के सौजन्य से राष्ट्र पिता महात्मा गांधी के 150वीं जयन्ती के अवसर पर उत्तराखण्ड महोत्सव स्थल में सूत चरखे पर सूत कातते हुए मनमोहक झांकी लगायी जा गई है। उत्तराखण्ड महापरिषद की स्मारिका ‘उत्तराखण्ड दर्पण’ का विमोचन किया गया।
इन कार्यक्रमों का पहले दिन हुआ आयोजन
शुक्रवार को पहले दिन महोत्सव में शाम चार बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुए। शाम 06:15 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महोत्सव का उद्घाटन किया। इस दौरान हेमवती नन्दन बहुगुणा जन्म शताब्दी कार्यक्रम और उनके जीवन पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म का प्रसारण किया गया। संस्कार सांस्कृतिक समिति की ओर से शिव वन्दना, थडिय़ा, चैफुला, आसाम के कलाकारों द्वारा सुप्रसिद्ध बीहू नृत्य भी हुआ। महोत्सव में कुम्भ 2019 की रमणीक झलक भी यहां देखने को मिल रही है। महोत्सव में हेमवती नन्दन बहुगुणा की जन्म शताब्दी अवसर पर वृह्द कार्यक्रमों जैसे-परिचर्चा गोष्ठी, कवि सम्मेलन आयोजित कर उनकी स्मृति को जीवन्त कर रहा है।
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