Published at :21st December, 2018, 1:52 PM
सुल्तानपुर—– दो मासूम बच्चों के अपहरण कर फिरौती मांग कर एक बच्चे की हत्त्या करने वाले गिरोह को पुलिस ने चौवीस घण्टे के अंदर गिरफ्तार कर एक बच्चे को जिन्दा बचा लिया जिसका इलाज लखनऊ के ट्रामा सेन्टर में चल रहा है वही घटना को अंजाम देने वाला अपराधी भी पुलिस से हुई मुठभेड़ में घायल हो चूका है जिसका इलाज भी लखनऊ के ट्रामा सेंटर में चल रहा है।
क्या था मामला—–
जनपद के गोसाईगंज थाना क्षेत्र के कटका खान पुर केराकेश अग्रहरि परिवार के दोनों बेटे प्रियांश उम्र 6 वर्ष दिव्यांश उम्र लगभग 8 वर्ष बीते गुरुवार को कटका सिथिति सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल गये थे स्कूल छोड़ने राकेश अग्रहरि परिवार में 25 वर्षो से काम कर रहे नोकर रघुवर स्कूल छोड़ने गया था बताया जाता है कि अग्रहरि परिवार में यह नोकर परिवार की तरह रहता था जो बच्चो को स्कूल ले जाता व् ले आत्ता था गुरुवार के दिन नोकर रघुवर बच्चो को स्कूल छोड़ने गया लेकिन स्कूल में जब छुट्टी हुई तो वह अपने दो साथियों को स्कूल भेज दिया जिनका परिचय रघुवर ने बच्चों से कई दिन पहले कराया था स्कूल छुट्टी होने के बाद बाइक से पहुंचे दोनों रघुवर के साथियों ने बच्चों को रघुवर का न आने का बहाना बताकर कर बाइक पर बैठा लिए और जनपद के करोंदिया सिथित चुन्हा के पास नदी के किनारे बने एक मकान में ले आये प्रतिदिन की तरह रघुवर स्कूल गया और लौट कर घर आया तो बाट्या की बच्चे स्कूल में नही है परिजनों ने बच्चों की तलाश करना शुरू किया इसी बीचअग्रहरि परिवार के मोबाइल पर फोन आया जिसपर अपहरण कर्ताओ ने फोन कर बच्चो की सलामती के बदले पचास लाख की डिमांड रक्खी मामला दिन का था अपहरण की खबर आग की तरह पुरे जनपद में फैल गई अग्रहरि परिवार ने मामले की सूचना पुलिस को दिया पुलिस ने घटना को गंभीरता से लेते हुए अपहरण कर्ताओ को ट्रेस करना शुरू कर दिया बताया जाता है कि शुक्रवार की रात लगभग 12 बजे पुलिस को अपहरण कर्ताओ के ठिकाने का पता चल गया पुलिस नगर के करोंदिया सिथित चुन्हा भट्ठा के पास बने मकान पर पहुंची जहाँ। अपहरण कर्ताओ ने बच्चों को रखा था तो पुलिस के होश उड़ गए अपहरण कर्ताओ ने दो बच्चों में से एक बच्चे को धार दार हथियार से मार कर मौत की नींद सुला दिया था वही दूसरा बच्चा घायलावस्था में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा था जिसको अपहरण कर्ताओ ने सिर पर धार दार हथियार से मारकर घायल कर दिया था जिसको पुलिस ने जिला चिकित्सालय ले आये घायल बच्चे की हालत नाजुक देखते हुए डॉक्टरों ने लखनऊ ट्रामा सेंटर रिफर कर दिया वही दूसरे बच्चे को पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया ।
https://youtu.be/eIrYN9kErE4
क्या कहना है एस पी अनुराग का——
एस पी अनुराग वत्स ने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि हमे दुःख है कि हमने एक बच्चे की जिन्दा नही बचा पाये उन्होंने आगे कहा कि अगर यह मामला शोशल मीडिया पर वायरल न हुई होती तो शायद दूसरा बच्चा भी जिन्दा रहता वही एस पी अनुराग ने मामले का खुलाशा करते हुए कहा कि यह चारो पेशेवर अपराधी नही थे शोषल मीडिया पर खबरे चलने लगी जिसका मूमेंट अपराधी कर रहा था मामले को गंभीर देखते हुए दोनों बच्चों को मार दिए थे जिसमें हमारी पुलिस मौके पर पहुंच गई जिससे दूसरा बच्चा जीवित बच गया वही एक बच्चे को पुलिस के पहुचने से दो घण्टे पहले ही अपराधियो ने मार दिया था एस पी वत्स ने आगे यह भी बताया कि रघुवर नाम का व्यक्ति लगभग बीसो वर्षो से अग्रहरि परिवार में काम करता था वही पला बड़ा हुआ जिसको अग्रहरि परिवार घर के सदस्य की तरह मानते थे जिसने अपने तीन साथियों के साथ इस घटना की रणनीति बनाईऔर पूरे घटना क्रम में अग्रहरि परिवार के साथ रहा पुलिस ने बताया कि जब पुलिस ने रघुवर से पूछताछ शुरू किया तो वह बच्चो के ठिकानो का पता बताया बहरहाल पुलिस ने जनपद के कोतवाली थाना क्षेत्र से मुठभेड़ के दौरान चार अपहरण कर्ताओ को पकड़ने का दावा कर रही है जिनका नाम रघुवर , शिव पूजन, सूरज व् हरिओम बताया जा रहा जिसमे दो अपहरणकर्ता पलिया गांव के व् दो कोहड़ा गांव के है जिसमे पुलिस मुठभेड़ में अपहरण कर्ता शिव पूजन घायल है जिसका इलाज लखनऊ के ट्रामा सेंटर में चल रहा है वही घायल बच्चे का भी इलाज हो रहा है।
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