मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में आयोजित 2.0 परिषद में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और फिल्म अभिनेता शाहरूख खान में जमकर सवाल-जवाब हुए। मुख्यमंत्री ने शाहरूख के हर सवालों का जवाब दिया। शाहरुख़ खान ने मुंबई की बुनियादी सुविधाएं, विभिन्न विकास परियोजनाओं और बालीवूड की समस्याओं के समाधान को लेकर प्रश्न पूछे थे। मुख्यमंत्री के जवाबों से उत्साहित शाहरूख ने कहा कि मुंबई की सांस्कृतिक, कला समेत आदि क्षेत्रों के लिए लोगों को एकत्रित कर ‘क्रिएटिव हब’ बनाने का प्रयास किया जाना चाहिए। शाहरूख ने कहा कि इसके लिए वे योगदान देने के लिए तैयार हैं।
शाहरूख खान द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री फडवीस ने कहा कि पहले कई लोग मुंबई को शंघाय बनाने की बात कहते थे। लेकिन मुंबई तो मुंबई है। मुंबई का अलग कल्चर, स्पिरीट है और मुंबई का एक अलग फ्लेवर है। मुख्यमंत्री का इशारा आघाड़ी सरकार की ओर थी। शाहरूख ने पूछा मुंबई में बदलाव कैसे लाएंगे? इसके जवाब में मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि बीते दो दशक से मैं भी मुंबईकर हूं। मुंबई में क्षमता हैं और मुंबई ग्लोबल सिटी है। यहां की 45 प्रतिशत जनता झोपड़पट्टी में रहती है। इस महानगर को झोपड़पट्टी मुक्त बनाना है। इसलिए वे मुख्यमंत्री बनने के बाद सबसे पहले यहां की बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करने पर जोर दे रहे हैं। मुंबई में विश्व का सबसे बड़ी फिल्म इंडस्ट्री है। सूचना तकनीकी का उपयोग कर विजुअल और स्पेशल इफेक्ट और एनिमेशन के पाठ्यक्रम के लिए मुंबई में संस्था बनाकर फिल्म इंडस्ट्री द्वारा ब्लू प्रिंट तैयार करने सुझाव उन्होंने मांगा है।
व्यावसायिक शिक्षा पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल कौशल विकास पर आधारित शिक्षा देने पर हमारी सरकार का जोर है। इसके लिए केंद्र सरकार ने नियमों में भी बदलाव किए हैं। व्यवसायिक शिक्षा देनेवाले विदेशी विश्वविद्यालय राज्य में आ रहे हैं। नई नौकरियां, मानव संसाधन तैयार करनेवाली शिक्षा प्रणाली देने के लिए विदेशी संस्थाएं और विश्वविद्यालयों के बीच सहयोग की उम्मीद है। शाहरूख खान ने शिक्षा के क्षेत्र में काम करने की मंशा जाहिर की। शाहरूख ने कहा कि मुंबई की पौराणिक वस्तुएं, स्थान, संस्कृति की धरोहर का संवर्धन करने के लिए संग्रह केंद्र का निर्माण करने का प्रयास होना चाहिए। मुंबई को ‘मॅजिकल मुंबई’ बनाना है।
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