लखनऊ। चुनाव आयोग ने रविवार को लोकसभा चुनाव 2019 के तारीखों की घोषणा कर दी है। इस बार चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई के बीच सात चरणों में होंगे और वोटों की गिननती 23 मई को होगी। उत्तर प्रदेश, बंगाल और बिहार में सभी सात चरणों में वोटिंग होगी। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 17वीं लोकसभा के गठन के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही देश में आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। इसके साथ ही सरकार ऐसा कोई नीतिगत फैसला नहीं कर सकेगी जो मतदाताओं के फैसले को प्रभावित कर सके।
17वीं लोकसभा के लिए चुनाव तारीखों का रविवार को ऐलान हो गया। सात चरणों में होने वाले इन चुनावों के नतीजे 23 मई को आएंगे। यह चुनाव सत्ताधारी भाजपा और विपक्ष, दोनों के भविष्य की राजनीति के लिए बेहद निर्णायक साबित होने वाला है। सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या नरेंद्र मोदी का वह जादू बरकरार रहेगा, जो 2014 में दिखा था? अपनी पार्टी को सत्ता में लाने का उन पर सबसे बड़ा दबाव होगा।
पुलवामा कांड के बाद एयर स्ट्राइक से उपजी राष्ट्रवाद की ‘हवा’ अगर उन बुनियादी मुद्दों पर भारी पड़ती है, जिन्हें विपक्ष उछाल रहा है और मोदी अगर कामयाब रहते हैं तो वह अपनी लोकप्रियता की इतनी लंबी लकीर खींच देंगे, जो आने वाले वर्षों में विपक्ष की राह मुश्किल बना देगी। वहीं, विपक्ष अपनी ताकत दिखाने में सफल रहा तो फिर भाजपा को ‘तुरुप का नया पत्ता’ तलाशना पड़ सकता है। इसके साथ ही राज्यों में गठबंधन की राजनीति का नया अध्याय शुरू होगा। चुनाव से पहले इस मुद्दे पर विपक्ष जितनी एका दिखा रहा है, सत्ता पाने की स्थिति में किसी एक नाम पर इनका एकमत होना सबसे मुश्किल काम हो सकता है।
पहला चरण 11 अप्रैल
आंध्र (25), अरुणाचल (2), असम (5), बिहार (4), छत्तीसगढ़ (1), जेके(2), महाराष्ट्र (7), मणिपुर (1), मेघालय (2), मिजोरम (1), नगालैंड (1), ओडिशा (4), सिक्किम (1), तेलंगाना (17), त्रिपुरा (1), यूपी (8), उत्तराखंड (5), प. बंगाल (2), अंडमान (1) , लक्षद्वीप (1)।
दूसरा चरण 18 अप्रैल
असम (5), बिहार (5), छत्तीसगढ़ (3), जम्मू-कश्मीर (2), कर्नाटक (14), महाराष्ट्र (10), मणिपुर (1), ओडिशा (5), तमिलनाडु (39), त्रिपुरा (1), यूपी (8), प. बंगाल (3), पुडुचेरी (1)।
तीसरा चरण 23 अप्रैल
असम (4), बिहार (5), छत्तीसगढ़ (7), गुजरात (26), गोवा (2), जम्मू-कश्मीर (1), कर्नाटक (14), केरल (20), महाराष्ट्र (14), ओडिशा (6), यूपी (10), प. बंगाल (5), दादरा-नागर हवेली (1), दमन-दीव (1)।
चौथा चरण 29 अप्रैल
बिहार (5), जम्मू-कश्मीर (1), झारखंड (3), एमपी (6), महाराष्ट्र (17), ओडिशा (6), राजस्थान (13), प. बंगाल (8) उत्तर प्रदेश (13)।
पांचवां चरण 6 मई
बिहार (5), जम्मू-कश्मीर (2), झारखंड (4), एमपी (7), राजस्थान (12), यूपी (14), प. बंगाल (7)।
छठा चरण 12 मई
दिल्ली (7), बिहार (8), हरियाणा (10), झारखंड (4), एमपी (8), यूपी (14), प. बंगाल (8)।
सातवां चरण 19 मई
बिहार (8), हिमाचल (4) यूपी (13), झारखंड (3), एमपी (8), पंजाब (13), प. बंगाल (9) चंडीगढ़ (1)।
1.5 करोड़ पहली बार वोटर
21वीं सदी में जन्म लेने वाले पहली बार वोट डालेंगे।
90 करोड़ वोटर, जिनमें से 18-19 साल के 1.5 करोड़।
वोटिंग के लिए जरूरी आईडी के 11 विकल्प दिए गए हैं।
5 दिन पहले ही वोटर को मिलेगी फोटो वोटर स्लिप।
सभी ईवीएम में वीवीपैट
• 10 लाख पोलिंग स्टेशन होंगे, पिछली बार थे 9 लाख
• ईवीएम में होगी उम्मीदवारों की
• वीवीपैट सभी पोलिंग बूथों पर इस्तेमाल होगी
• सीसीटीवी से लैस होंगे सभी पोलिंग सेंटर, विडियोग्राफी भी।
• सोशल मीडिया में प्रचार का खर्च भी प्रत्याशियों में जुड़ेगा।
• प्रचार के लिए इको-फ्रेंडली चीजों के इस्तेमाल की चुनाव आयोग ने दी सलाह।
• 26 मार्च तक उम्मीदवारों को हलफनामे में बताना होगा क्रिमिनल रेकॉर्ड।
• ओडिशा में 11 से 29 अप्रैल के बीच विधानसभा चुनाव।
• आंध्र, सिक्किम, अरुणाचल में असेंबली के लिए वोट।
• जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा कारणों से लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव नहीं होंगे।
एक नजर इधर भी
4 राज्यों-आंध्र, ओडिशा, अरुणाचल, सिक्किम में असेंबली चुनाव भी साथ।
यूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल में सभी सात चरणों में वोटिंग।
11 अप्रैल से 19 मई के बीच होंगे लोकसभा की 543 सीटों पर चुनाव।
22 राज्यों में एक ही चरण में डाले जाएंगे वोट।
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