स्कूल प्रबंधन कमेटी के सहयोग से ही विद्यार्थी प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन हुआ संभव : दिलीप पाण्डेय
दिल्ली, सरकार ने “शिक्षित राष्ट्र, स्वस्थ राष्ट्र, समर्थ राष्ट्र” की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए दिल्ली सरकार की स्कूल प्रबंधन कमेटी (SMC) ने 12वीं कक्षा में उत्तीर्ण सभी छात्रों को सम्मानित करने में मुख्य भूमिका अदा किया है। शनिवार, 09 मार्च को तिमारपुर और गोकलपुरी विधानसभा में सभी स्कूल प्रबंधन कमेटी सदस्यों को सम्मानित करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्कूल प्रबंधन कमेटी के सदस्यों को सम्मानित करने के लिए दिल्ली सरकार के साहित्य कला परिषद के सदस्य व उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लोकसभा प्रत्याशी दिलीप पाण्डेय को मुख्य अतिथि बतौर आंमत्रित किया गया। कार्यक्रम के दौरान दिलीप पाण्डेय ने स्कूल प्रबंधन कमेटी के सदस्यों को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया। आम आदमी पार्टी के वरिष्ट नेता व उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा प्रत्याशी दिलीप पाण्डेय ने दिल्ली सरकार की स्कूल प्रबंधन कमेटी (SMC) के सदस्यों शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि, दिल्ली के स्कूल प्रबंधन कमेटी के सदस्यों के सहयोग से ही आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चों का उत्साह बढ़ाने के लिए प्रतिभा सम्मान समारोह का कार्यक्रम का आयोजन संभव हो पा रहा है। स्कूल प्रबंधन कमेटी के सदस्यों को छात्रों का मनोबल बढ़ाने के लिए पूरी दिल्ली सरकार की ओर से बधाई। स्कूल प्रबंधन कमेटी के सदस्यों का यह कार्य वाकई तारीफे काबिल है। दिलीप पाण्डेय ने कहा कि, दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को दुरूस्त करना आसान नहीं था लेकिन दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे पूरा करके दिखाया। मनीष सिसोदिया देश में एक मात्र ऐसे शिक्षा मंत्री है जो विद्यार्थियों के भविष्य के लिए चिंतित थे, और वह लगातार शिक्षा व्यवस्था पर काम कर रहे ताकि बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके। शिक्षा एक ऐसा औजार है जिसकी जरिए नफरतों को प्यार में तब्दील किया जा सकता है। यही वजह है कि दिल्ली सरकार शिक्षा व्यवस्था को बेहतर कर रही है। दिल्ली सरकार इतिहास की पहली सरकार है जो कुल बजट का 25% दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने और देश की नई पीढ़ी का भविष्य उज्ज्वल करने में लगा रही है। यह सारा श्रेय दिल्ली की आम जनता कजाता है जिन्होंने विकास के लिए 2015 में आम आदमी सरकार को चुना। यदि आज जनता ने दिल्ली सरकार को नहीं चुना होता तो ये बदलाव असंभव था। दिलीप पाण्डेय ने कहा कि, शिक्षा का असली मतलब यह नहीं कि हम डॉक्टर बन जाए, इंजीनियर बन जाए इसके अलावा हमारे अंदर अच्छे व्यक्तित्व का विकास होना भी बहुत जरूरी है। हमारी शिक्षा व्यवस्था ऐसी हो की बच्चों को अच्छा इंसान बनना भी सिखाएं। मार्क्स लाने की दौड़ में बच्चा डिप्रेशन का शिकार हो जाता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए दिल्ली की सरकार ने “खुशियों की पढ़ाई” की शुरुआत की है। जिससे पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों की दूसरी प्रतिभाओं की भी पहचान मिल सके। इस मौके पर गोकलपुरी विधानसभा के विधायक फतेह सिंह, तिमारपुर विधानसभा के विधायक पंकज पुष्कर और आम आदमी पार्टी के स्थानीय कार्यकर्तागण मौजूद रहे।
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