लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इन दिनों छुट्टा जानवरों का कहर लोगों को बड़ी परेशानी में डाल रहा है। सूबे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही उनके तमाम मंत्री भले ही दावा कर रहे हैं कि छुट्टा जानवरों को गौशाला में रखा जा रहा है, लेकिन इसकी हकीकत जुदा है। राजधानी लखनऊ के आलमबाग में स्नेहनगर मोहल्ले के लोग काफी भयभीत हैं। यहां पर लोग सुबह जब नींद से जागे तो शोर सुनकर छत की ओर भागे। वहां का नजारा देखकर इनका उलटे पांव भागना ही जायज था। उनके घर की छत पर बने लॉन में एक सांड गमले तोडऩे में लगा था। इन लोगों ने सांड को भगाने का काफी देर तक प्रयास किया। इसके बाद नगर निगम में फोन लगाया गया। नगर निगम की मदद से उत्पात मचा रहे सांड को नीचे उतारा गया।
जानकारी के अनुसार, आलमबाग के पास टेढ़ी पुलिया स्थित आदर्श नगर मोहल्ले के मकान संख्या 553/111 में ताइरॉन रहते हैं। सुबह जब उनकी आंख खुली तो उन्हें छत पर किसी के मौजूद होने का अहसास हुआ। वह बाहर आ पाते इससे पहले सांड़ के चिल्लाने की आवाज ने उन्हें चौंका दिया। वह भागते हुए छत पर पहुंचे तो देखा कि यहां काले रंग का हट्टा-कट्टा सांड़ मौजूद है। वह सब कुछ तोड़ चुका था और छत की बाउंड्री पर अपनी सींगें रगड़ रहा था। वहां का दृश्य देख उनके होश फाख्ता हो गए। घर में चीख-पुकार मच गई। आस-पड़ोस के लोग भी जमा हो गए। सूचना मिलने पर पहुंची नगर-निगम की टीम को सांड़ पर काबू पाने में पसीने छूट गए। आखिरकार दो घंटे की मशक्कत के बाद सांड़ को बेहोशी का इंजेक्शन लगाया जा सका। उसे किसी तरह ट्रक में लाद कर कान्हा उपवन ले जाया गया।
ताइरॉन के मुताबिक उनके बगल में एक चॉल है। उसकी सीढ़ी खुली है। सांड इसी सीढ़ी से चॉल की छत पर पहुंचा और वहां से ताइरॉन की छत पर। पूरी रात वह उत्पात करता रहा। गनीमत यह रही कि वह ताइरॉन के घर में नीचे नहीं उतरा। ताइरॉन के मुताबिक मोहल्ले में सांड़ का आतंक है। लोगों का पैदल या गाड़ी से चलना तक मुश्किल है। नगर निगम के संयुक्त निदेशक एके राव ने कहा, ‘नगर निगम की टीम ने सूचना के बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए सांड़ को कान्हा उपवन पहुंचा दिया है। लगातार अभियान चलाकर कर कार्रवाई की जा रही है। बीते तीन दिन में पांच लाख रुपये का जुर्माना भी वसूला गया।’
No comments:
Post a Comment