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Saturday, 2 March 2019

राष्ट्रभक्ति का चेहरा बेनक़ाब -बेगूसराय के शहीद पिंटू सिंह को सलामी देने नहीं पहुंचे भाजपा नेता

 सूबे के कोने -कोने से पीएम मोदी को सुनने पटना आएं है भाजपा नेता ,कार्यकर्ता

>> संकल्प रैली में भीड़ जुटाने के लिए दो दिन पूर्व से ही केन्द्रीय मंत्री  ,बिहार सरकार के मंत्री ने किया मोटरसाइकिल जुलूस

>> सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर पिंटू सिंह के शहीद होने की खबर के बाद सीएम ने राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि का दिया था आदेश

रवीश कुमार मणि
पटना ( अ सं ) । राष्ट्रभक्ति और राष्ट्रद्रोह का जंग छिड़ा हुआ हैं । पुरे भाजपा पार्टी अपने को राष्ट्रभक्त बता रहा हैं । जो भी इनके विचारों से मेल नहीं खाता उन्हें राष्ट्रद्रोही कहने में तनिक देर नहीं करते । सोशल मीडिया पर उनकी मां-बहन तक को सुना देते हैं । भारतीय संस्कृति और संस्कार फिर इनके लिए कोई मायने नहीं रखता ।राष्ट्रभक्ति का चोला पहने भाजपा नेता ,कार्यकर्ताओं को चेहरा रविवार को उस समय बेनकाब हो गया जब सीआरपीएफ के शहीद पिंटू सिंह का पार्थिव शरीर पटना एयरपोर्ट पर आया और सलामी तो दूर कोई देखने तक नहीं गया । जबकि रविवार 3 मार्च के संकल्प रैली में शामिल होने के लिए भाजपा पार्टी या कहें तो पुरे एनडीए के हजारों वरीय नेता दो दिन पूर्व से ही पटना में दस्तक दिये हुये थे।
केन्द्रीय मंत्री रवि शंकर ,रामकृपाल यादव पटना से ही आते हैं और संकल्प रैली की तैयारियों को लेकर दो पूर्व से ही मोटरसाइकिल जुलूस का नेतृत्व कर रहे थे। शहीद इंस्पेक्टर पिंटू सिंह को पटना एयरपोर्ट पहुंचने में दोनों नेताओं को महज 5-8 मिनट लगता ।लेकिन दोनों नेताओं को शायद शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए समय नहीं मिला । राज्य सरकार के तमाम मंत्री भी पटना में ही थे लेकिन उनको भी संकल्प रैली के आगे चंद मिनट श्रद्धांजलि देने के लिए समय कहां । हिन्दू सम्राट से विख्यात केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के जुबान पर राष्ट्रभक्ति रहती हैं लेकिन शहीद पिंटू सिंह को देखना तो दूर, शोक में एक शब्द भी मीडिया में नहीं निकला ।
      राष्ट्रकवि दिनकर के भूमि ,बेगुसराय के लाल, सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर पिंटू सिंह ,जम्मू -कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुये शहीद हो गये । शहीद होने के घटनाक्रम को जिस तरह के जिंदादिली से सामने आना चाहिए था, सम्मान मिलना चाहिए था।उसके साथ भाजपा ने भेदभाव क्यों किया ,इसका जबाब भाजपा को ही देना होगा । भाजपा नेता /कार्यकर्ता यह नहीं कहं सकते की उन्हें सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर पिंटू सिंह के जम्मू -कश्मीर में आतंकियों के हाथ मारे जाने की सूचना नहीं हैं ।समाचार चलने के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बीते शनिवार को इंस्पेक्टर पिंटू सिंह के शहीद होने पर शोक प्रकट किया था और राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि का आदेश दिया था। बेगुसराय के डीएम और एसपी ने इसका पालन जरूर किया लेकिन पटना एयरपोर्ट पर पुलिस /प्रशासन विभाग के कोई भी वरीय अधिकारी शहीद पिंटू सिंह को कंधा देने नहीं गया ।
       देश की सुरक्षा में बिहार के लाल ने जहां अपनी जान की कुर्बानी दे दी ,इसके सम्मान में शोक की लहर होनी चाहिए थी वहीं संकल्प रैली को सफल बनाने के लिए पटना के सड़कें ,गांधी मैदान ,मंत्री ,विधायक ,सांसद के ठिकाने पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ ।देशभक्ति के जगह सबके जुबान पर मोदी -मोदी रहा । सियासतदानों के चरित्र के बारे में कुछ ऐसी ही पंक्तियां – देश और इंसान की सुरक्षा का संकल्प कहां ,हमें चाहिए  सत्ता का संकल्प….

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