केजीएमयू में अब जले हुए मरीजों के जल्दी भरेंगे घाव
लखनऊ। केजीएमयू में जले हुए मरीजों के घाव अब जल्दी भरेंगे। प्लास्टिक सर्जरी विभाग की हाइपर बैरिक ऑक्सीजन यूनिट में शनिवार से मरीजों का इलाज शुरू हो गया है। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टण्डन ने यूनिट के उद्घाटन सहित प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेज की 37 परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास बीते 5 मार्च को अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफि क कन्वेंशन सेंटर में किया था। कुलपति ने कहा कि इसके प्रारम्भ होने से मरीजों को इस थेरेपी से बड़ी राहत मिलेगी।
इस मशीन से मरीज के घाव भरेंगे जल्द
प्लास्टिक सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.ए.के.सिंह ने बताया कि इस मशीन के माध्यम से मरीज के शरीर के सभी अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन सप्लाई की जाती है। ऐसे में उन अंगों में जहां ऑक्सीजन पहुंचने में दिक्कत आती है वहां यह आराम से पहुंचती है। इसमें हाई प्रेशर में ऑक्सीजन शरीर में प्रवेश करवाई जाती है। ऐसा तब किया जाता है जब दवाओं का असर जब कम होता है। आमतौर पर ज्यादा जले हुए मरीजों के घाव भरने में दिक्कत आती है और कई बार उन्हें इससे काफी दिक्कत भी आती है लेकिन इस मशीन से मरीज के घाव जल्द भरेंगे। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. एस.एन. शंखवार, डॉ. बृजेश मिश्रा सहित विभाग के अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।
कैसे होता है उपचार
इस हाइ पर बेरिक ऑक्सीजन थेरेपी में मरीज को एक चैंबर में एक टेबल पर लिटाया जाता है और फि र इसमें ऑक्सीजन की सप्लाई से मरीज सांस लेता है। चैंबर में ऑक्सीजन का दबाव धीरे-धीरे बढ़ा दिया जाता है। इस विधि के दौरान जब मरीज के शरीर में 100 प्रतिशत ऑक्सीजन पहुंचती है तो शरीर की प्राकृतिक उपचार प्रक्रिया को बढ़ाती है।
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