तमिलनाडु ब्यूरो से डॉ आर. बी. चौधरी
चेन्नई (तमिलनाडु)। भारतीय वायु सेना के इतिहास रचने वाले जांबाज अभिनंदन अब किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। अदम्य साहस का प्रदर्शन करते हुए उन्होंने पाकिस्तान के अत्याधुनिक लड़ाकू विमान एफ-16 को मिग-21 बाइसन द्वारा मार गिराया था। आज विंग कमांडर अभिनंदन के साहस की हर तरफ तारीफ हो रही हैऔर वह भारत केवल एक सेलिब्रिटी हो गए है। मुख्यमंत्री एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया कि वे विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान को देश के सर्वोच्च सैन्य सम्मान परमवीर चक्र से सम्मानित करें।
प्रधानमंत्री को लिखे एक पत्र में पलानीस्वामी ने सीआरपीएफ पर पुलवामा आतंकी हमले की घटनाओं हवाला देते हुए भारत के जांबाज सपूत के अदम्य साहस उल्लेख किया है जिसके कारण पाकिस्तान लड़ाकू विमानों को खदेड़ने करने से लेकर में जैश-ए-मोहम्मद के शिविर पर आतंकवाद-रोधी हमले की सफलता में अभिनंदन का महत्वपूर्ण योगदान था ।
उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना के एक मिग-21 बाइसन द्वारा पाकिस्तानी वायु सेना के चालक सहित अत्याधुनिक विमान एफ -16 को मार गिराया जब उसने भारतीय सीमा के अंदर प्रवेश करने का दुस्साहस कर दोनों देशों के बीच सीमा परिधि नियमावली का उल्लंघन करने की कोशिश की थी। इस दौरान दोनों देशों के लड़ाकू विमानों की डॉग फाइट हुई और अभिनंदन अपना लक्ष्य पूरा कर अपने क्षतिग्रस्त विमान मिग -21 से इजेक्ट हुए तो पाकिस्तान के सशस्त्र बलों ने हिरासत में ले लिया।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अभिनंदन की रिहाई के प्रयासों की सराहना की और कहा कि प्रधानमंत्री की कूटनीतिक पहल और गहन अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण 1 मार्च को भारतीय वायु सेना के जांबाज अधिकारी को पाकिस्तान से रिहा करा लिया गया।
मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में यह लिखा है कि यह उचित होगा कि विंग कमांडर अभिनंदन को भारत के सर्वोच्च सैन्य सम्मान परमवीर चक्र से सम्मानित किया जाय। अभिनंदन ने एक तरफ देश का नाम तो ऊंचा किया ही साथ-साथ तमिलनाडु सहित संपूर्ण भारत के युवाओं के लिए प्रेरणा आज एक स्रोत हैं। इसलिए उन्हें उच्चतम सैन्य पदक से सम्मानित करने से देश के युवाओं में जोश का और संचार होगा।
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