Judai Shayari in Hindi 2019, each and every line is unique and fresh. We have done the research for you. All of the internets are the best Shayari for you. Don't forget to share it.
1.
सब के होते हुए भी तन्हाई मिलती है,
यादों में भी गम की परछाई मिलती है,
जितनी भी दुआ करते हैं किसी को पाने की,
उतनी ही ज्यादा जुदाई मिलती है।
2.
वफ़ा की ज़ंज़ीर से डर लगता है,
कुछ अपनी तक़दीर से डर लगता है,
जो मुझे तुझसे जुदा करती है,
हाथ की उस लकीर से डर लगता है।
3.
वफ़ा की ज़ंज़ीर से डर लगता है,
कुछ अपनी तक़दीर से डर लगता है,
जो मुझे तुझसे जुदा करती है,
हाथ की उस लकीर से डर लगता है।
4.
तू क्या जाने क्या है तन्हाई,
इस टूटे हुए दिल से पूछ क्या है जुदाई,
बेवफाई का इल्ज़ाम न दे ज़ालिम,
इस वक़्त से पूछ किस वक़्त तेरी याद नहीं आती।
5.
उसे हम छोड़ दे लेकिन
बस एक छोटी सी उलझन है,
सुना है दिल से धड़कन की
जुदाई सिर्फ मौत होती है।
6.
उनकी तस्वीर को सीने से लगा लेते है,
इस तरह जुदाई का गम उठा लेते है,
किसी तरह ज़िक्र हो जाए उनका,
तो हंस कर भीगी पलके झुका लेते है।
7.
तमन्ना इश्क तो हम भी रखते हैं,
हम ही किसी के दिल में धड़कते हैं,
मिलना चाहते तो बहुत हैं हम आपसे,
पर मिलने के बाद जुदाई से डरते हैं।
8.
मुमकिन फैसलों में एक हिज्र का फैसला भी था,
हम ने तो एक बात की उसने कमाल कर दिया।
अब बुझा दो ये सिसकते हुए यादों के चिराग,
इनसे कब हिज्र कि रातों में उजाला होगा।
9.
इन दूरियों को जुदाई मत कहना,
इन खामोशियों को रुसवाई मत कहना,
हर मोड़ पर याद करेंगे आपको,
ज़िन्दगी में साथ नहीं दिया तो बेवफाई मत कहना।
10.
हर मुलाकात का अंजाम जुदाई क्यों है?
अब तो हर वक़्त यही बात सताती है हमे।
11.
आओ किसी रोज मुझे टूट के बिखरता देखो,
मेरी रगों में ज़हर जुदाई का उतरता देखो,
किस किस अदा से तुझे मागा है खुदा से,
आओ कभी मुझे सजदो में सिसकता देखो।
12.
याद में तेरी आहें भरता है कोई,
हर सांस के साथ तुझे याद करता है कोई,
मौत तो सच्चाई है आनी ही है एक दिन,
लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज मरता है कोई।
13.
जिसकी आँखों में काटी थी सदियाँ,
उसने सदियों की जुदाई दी है।
14.
आप को पा कर अब खोना नहीं चाहते,
इतना खुश हैं कि अब रोना नहीं चाहते,
ये आलम है हमारा आप की जुदाई में,
आँखों में नींद है और सोना नहीं चाहते।
15.
वो जिस्म और जान जुदा हो गए आज,
वो मेहेंदी के रंग में खो गए आज,
हमने चाहा जिन्हें सिद्दत से,
वो उम्र भर को किसी और के हो गए आज।
16.
तेरे होते हुए भी तन्हाई मिली है,
वफ़ा करके भी देखो बेवफाई मिली है,
जितनी दुआ की तुम्हें पाने की मैंने,
उससे ज्यादा तेरी जुदाई मिली है।
याद में तेरी कैसे दिन गुजरते हैं,
पूछो न हमसे आलम वो जुदाई का,
कांटो की तरह चुभता रहा वो लम्हा,
रो-रोकर गुजरता है रास्ता हर तन्हाई का।
17.
हो जुदाई का सबब कुछ भी मगर,
उसे हम अपनी खता कहते हैं,
वो तो साँसों में बसी है मेरे,
जाने क्यों लोग मुझसे जुदा कहते है।
इंसान कहाँ मरता है औरों का मारा हुआ,
इंसान को खुद उसकी तन्हाई मार देती है,
यूँ तो जी भी सकता है यह यार की जुदाई में,
मगर इसको तो यहाँ जग हँसाई मार देती है।
18.
मुस्कुराने कि आदत भी कितनी महेंगी पड़ी हमे,
छोड़ गया वो ये सोच कर कि हम जुदाई में खुश हैं।
तेरे जाने के बाद सनम मेरे,
सोचता हूँ के कैसे जिऊंगा मैं,
तुझसे किया है इसी लिए वादा,
ये जुदाई का ज़हर भी पिऊंगा मैं।
19.
इतना बेताब न हो मुझसे बिछड़ने के लिए,
तुझे आँखों से नहीं मेरे दिल से जुदा होना है।
20.
फुर्सत मिली जब हमको तो तन्हाई आ गई,
ग़म भी आया साथ में रुसवाई आ गई,
इन सबसे मिलने आँख में आँसू भी आ गए,
जब याद मेरे दिल को तेरी जुदाई आ गई।
Judai Shayari in Hindi 2019
सब के होते हुए भी तन्हाई मिलती है,
यादों में भी गम की परछाई मिलती है,
जितनी भी दुआ करते हैं किसी को पाने की,
उतनी ही ज्यादा जुदाई मिलती है।
2.
वफ़ा की ज़ंज़ीर से डर लगता है,
कुछ अपनी तक़दीर से डर लगता है,
जो मुझे तुझसे जुदा करती है,
हाथ की उस लकीर से डर लगता है।
3.
वफ़ा की ज़ंज़ीर से डर लगता है,
कुछ अपनी तक़दीर से डर लगता है,
जो मुझे तुझसे जुदा करती है,
हाथ की उस लकीर से डर लगता है।
4.
तू क्या जाने क्या है तन्हाई,
इस टूटे हुए दिल से पूछ क्या है जुदाई,
बेवफाई का इल्ज़ाम न दे ज़ालिम,
इस वक़्त से पूछ किस वक़्त तेरी याद नहीं आती।
5.
उसे हम छोड़ दे लेकिन
बस एक छोटी सी उलझन है,
सुना है दिल से धड़कन की
जुदाई सिर्फ मौत होती है।
6.
उनकी तस्वीर को सीने से लगा लेते है,
इस तरह जुदाई का गम उठा लेते है,
किसी तरह ज़िक्र हो जाए उनका,
तो हंस कर भीगी पलके झुका लेते है।
7.
तमन्ना इश्क तो हम भी रखते हैं,
हम ही किसी के दिल में धड़कते हैं,
मिलना चाहते तो बहुत हैं हम आपसे,
पर मिलने के बाद जुदाई से डरते हैं।
8.
मुमकिन फैसलों में एक हिज्र का फैसला भी था,
हम ने तो एक बात की उसने कमाल कर दिया।
अब बुझा दो ये सिसकते हुए यादों के चिराग,
इनसे कब हिज्र कि रातों में उजाला होगा।
9.
इन दूरियों को जुदाई मत कहना,
इन खामोशियों को रुसवाई मत कहना,
हर मोड़ पर याद करेंगे आपको,
ज़िन्दगी में साथ नहीं दिया तो बेवफाई मत कहना।
10.
हर मुलाकात का अंजाम जुदाई क्यों है?
अब तो हर वक़्त यही बात सताती है हमे।
11.
आओ किसी रोज मुझे टूट के बिखरता देखो,
मेरी रगों में ज़हर जुदाई का उतरता देखो,
किस किस अदा से तुझे मागा है खुदा से,
आओ कभी मुझे सजदो में सिसकता देखो।
12.
याद में तेरी आहें भरता है कोई,
हर सांस के साथ तुझे याद करता है कोई,
मौत तो सच्चाई है आनी ही है एक दिन,
लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज मरता है कोई।
13.
जिसकी आँखों में काटी थी सदियाँ,
उसने सदियों की जुदाई दी है।
14.
आप को पा कर अब खोना नहीं चाहते,
इतना खुश हैं कि अब रोना नहीं चाहते,
ये आलम है हमारा आप की जुदाई में,
आँखों में नींद है और सोना नहीं चाहते।
15.
वो जिस्म और जान जुदा हो गए आज,
वो मेहेंदी के रंग में खो गए आज,
हमने चाहा जिन्हें सिद्दत से,
वो उम्र भर को किसी और के हो गए आज।
16.
तेरे होते हुए भी तन्हाई मिली है,
वफ़ा करके भी देखो बेवफाई मिली है,
जितनी दुआ की तुम्हें पाने की मैंने,
उससे ज्यादा तेरी जुदाई मिली है।
याद में तेरी कैसे दिन गुजरते हैं,
पूछो न हमसे आलम वो जुदाई का,
कांटो की तरह चुभता रहा वो लम्हा,
रो-रोकर गुजरता है रास्ता हर तन्हाई का।
17.
हो जुदाई का सबब कुछ भी मगर,
उसे हम अपनी खता कहते हैं,
वो तो साँसों में बसी है मेरे,
जाने क्यों लोग मुझसे जुदा कहते है।
इंसान कहाँ मरता है औरों का मारा हुआ,
इंसान को खुद उसकी तन्हाई मार देती है,
यूँ तो जी भी सकता है यह यार की जुदाई में,
मगर इसको तो यहाँ जग हँसाई मार देती है।
18.
मुस्कुराने कि आदत भी कितनी महेंगी पड़ी हमे,
छोड़ गया वो ये सोच कर कि हम जुदाई में खुश हैं।
तेरे जाने के बाद सनम मेरे,
सोचता हूँ के कैसे जिऊंगा मैं,
तुझसे किया है इसी लिए वादा,
ये जुदाई का ज़हर भी पिऊंगा मैं।
19.
इतना बेताब न हो मुझसे बिछड़ने के लिए,
तुझे आँखों से नहीं मेरे दिल से जुदा होना है।
20.
फुर्सत मिली जब हमको तो तन्हाई आ गई,
ग़म भी आया साथ में रुसवाई आ गई,
इन सबसे मिलने आँख में आँसू भी आ गए,
जब याद मेरे दिल को तेरी जुदाई आ गई।
No comments:
Post a Comment