नई दिल्ली, 01 अप्रैल। पाश्चात्य संस्कृति से पुरानी उदार और बड़ी है भारत की संस्कृति, हिन्दू परम्पराओं से सज्जित भारत की संस्कृति का विश्व लोहा मानता रहा है। जब विश्व को भारत ने जीरो दिया तभी गणना की शुरुआत हुई। हिन्दू संस्कृति 2076 वर्ष पुरानी है जबकि अंग्रेजी वर्ष ने 2019 बर्ष पूरे किए हैं। मनोज तिवारी ने कहा है कि हमारे देश में हमारी संस्कृति से युवाओं को दूर ले जाने के लिए कुछ शक्तियां बरसों से सक्रिय है लेकिन हिन्दू संस्कृति उनके मंसूबों पर हमेशा भारी पड़ी है और आज भी करोड़ों हिन्दू विक्रमी संवत को नव वर्ष के रूप मे मनाते हैं, यह इस बात का प्रमाण है। ये बातें उत्तराखंड प्रवासी संघ द्वारा आयोजित हिंदू नव वर्ष कार्यक्रम में यह बातें उत्तराखंड प्रवासी संघ द्वारा आयोजित हिंदू नववर्ष सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुयें उन्होंने कहीं। श्री तिवारी ने कहा कि छह अप्रैल भारतीय जनता पार्टी का स्थापना दिवस है और संयोग से इसी दिन विक्रमी संवत् की शुरुआत हो रही है प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व पटल पर विकास की नयी इबारत लिख रहा है और अपने लक्ष्य की ओर है। आप्रेशन शक्ति बाद भारत विश्व की चैथी ताकत बन चुका है। मैं कामना करता हूँ कि 2019 में पुनः ऐतिहासिक जीत हासिल कर नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनेंगे और नए हिन्दू नववर्ष में भारत विश्व गुरु बनेगा। कार्यक्रम में रमापति त्रिपाठी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष अजय महावर, भाजपा नेता सर्वेन्द्र सिंह, बलवीर सिंह, श्याम सिंह रावत, जोन चेयरमैन प्रमोद गुप्ता, मीडिया विभाग के प्रदेश सह-प्रमुख आनंद त्रिवेदी, ओबीसी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष डाॅ. यू के चैधरी, पूर्व जिला अध्यक्ष चैधरी महक सिंह, जिला उपाध्यक्ष दिनेश धामा, सांसद प्रतिनिधि रामनरेश पारासर सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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Monday 1 April 2019
पाश्चात्य संस्कृति से पुरानी और बड़ी है भारतीय संस्कृति-मनोज तिवारी
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