गुजरात। सूरत के मुंबई-अहमदाबाद हाइवे के पास सरथना इलाके में स्थित एक कमर्शियल कॉम्प्लेक्स में शुक्रवार को आग लगने से 15 छात्रों समेत 19 की मौत हो गई। दरअसल, आग की लपटें देख कोचिंग पढ़ने आए छात्रों ने जान बचाने के लिए तीसरी और चौथी मंजिल से कूदना शुरू कर दिया। दमकल अधिकारियों ने बताया कि कई बच्चों को बचाकर अस्पताल पहुंचाया गया है। घटना का विडियो भी सामने आया है जिसमें कई छात्र बिल्डिंग से कूदते दिखाई दे रहे हैं। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि कुछ छात्रों की मौत आग से झुलसने और कुछ की मौत घबराहट में बिल्डिंग से कूदने के कारण हुई। सूरत के पुलिस कमिश्नर सतीश कुमार मिश्रा ने मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है। फिलहाल आग लगने की वजह साफ नहीं है। गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक CM विजय रुपाणी ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने घटना में जान गंवाने वाले हर छात्र के परिवार को 4 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का भी ऐलान किया है। इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘सूरत में आग की घटना से बेहद व्यथित हूं। मृतकों के परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। मैंने गुजरात सरकार और स्थानीय प्रशासन से प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद देने के लिए कहा है।’
शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग
जानकारी के अनुसार, मुंबई-अहमदाबाद हाइवे के पास सरथना इलाके में तक्षशिला कॉम्प्लेक्स नामक बिल्डिंग में कई दुकानें और कोचिंग सेटर्स हैं। यहां इमारत में शुक्रवार दोपहर शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई, यहां स्मार्ट डिजाइन स्टूडियो व ट्यूशन क्लासेज चल रहे थे। आग लगते ही इमारत की छत पर लगे शेड व वहां रखे टायरों ने आग पकड़ ली, जिससे पूरी इमारत धुआं से घिर गई। इस घटना में 15 बच्चों सहित 19 जलकर व दम घुटने से मौत हो गई। गंभीर रूप से घायलों का उपचार चल रहा है, जिनमें तीन की हालत नाजुक है। आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड ने मेजर कॉल की घोषणा की तथा हाईड्रोलिक वाटर कैनन से जलती इमारत पर पानी की बौछार की।
सरकार ने तीन दिन में मांगी रिपोर्ट
आग लगते ही एक दर्जन से अधिक बच्चों व लोगों ने इमारत की तीसरी मंजिल से नीचे कूदकर अपनी जान बचाई। कई लोगों ने आग व इमारत से बच्चों के कूदने के वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में भी चलाकर सरकार व प्रशासन के कामकाज पर सवाल उठाए। सरकार ने शहरी विकास विभाग के सचिव को मौके पर जाकर जांच रिपोर्ट बनाने को कहा है। सरकार ने तीन दिन में रिपोर्ट मांगी है। शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चूडास्मा ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद सरकार ट्यूशन क्लासेस को मंजूरी बिना चलाने पर भी रोक लगा सकती है। हाल गुजरात में इसके लिए मंजूरी की जरूरत नहीं है, जिससे हर कहीं ऐसे ट्यूशन क्लास खुल गए हैं।
आग पर काबू पाने के लिए दो हाइड्रोलिक प्लेटफार्म भी बनाए गए
हादसे के फुटेज भी सामने आए हैं। अधिकारियों ने बताया कि सूरत के तक्षशिला परिसर की तीसरी और चौथी मंजिल पर आग लग गई थी। उन्होंने बताया कि हादसे में किसी के हताहत होने की अभी पुष्टि नहीं की गई है। वीडियो में छात्र इमारत की तीसरी और चौथी मंजिल से कूदते नजर आ रहे हैं। अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 19 दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया और आग पर काबू पाने के लिए दो हाइड्रोलिक प्लेटफार्म भी बनाए गए। स्थानीय लोग भी बचाव अभियान में अधिकारियों की मदद कर रहे हैं। दमकल अधिकारी ने बताया, ‘‘छात्रों ने आग से बचने के लिए तीसरी और चौथी मंजिल से कूदना शुरू कर दिया था। कई बच्चों को बचाकर अस्पताल पहुंचाया गया है। आग पर काबू पाने की कोशिश जारी थी। वीडियो में कई छात्र चौथी मंजिल से कूदते दिखाई दे रहे हैं। एक व्यक्ति ने 2 छात्राओं को बचाने की भी कोशिश की। 4 की मौत इमारत से कूदने की वजह से हुई। बताया जा रहा है कि ये कॉम्प्लेक्स चार मंजिला है।
ऊपरी मंजिल तक नहीं पहुंच पाईं दमकल की सीढ़ियां
स्थानीय लोगों का आरोप है कि दमकल की गाड़ियां आग लगने के आधे घंटे बाद मौके पर पहुंचीं। लेकिन, उस वक्त उनके पास जरूरी उपकरण नहीं थे, जिनके जरिए आग में फंसे बच्चों को बाहर निकाला जा सके। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि जिस वक्त बच्चे इमारत से छलांग लगा रहे थे, उस वक्त दमकल सामने खड़ी थीं। लेकिन, उनकी सीढ़ियां ऊपरी मंजिल तक नहीं पहुंच पाईं।
सीएम ने हादसे की रिपोर्ट मांगी
गुजरात के सीएम मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने हादसे पर दुख जाहिर किया। उन्होंने बच्चों के परिवारों के लिए मुआवजे का ऐलान किया और कहा कि एक दिन के भीतर हादसे की जांच रिपोर्ट पेश की जाए। गुजरात सरकार और स्थानीय प्रशासन से प्रभावितों को हर संभव मदद पहुंचाने को कहा है।’ गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री ने घटना में मारे गए बच्चों के परिवार वालों को 4 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की भी घोषणा की।
जरूरतमंदों की मदद करें भाजपा कार्यकर्ताः अमित शाह
वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी इस हादसे पर दुख जताया है। अमित शाह ने भाजपा कार्यकर्ताओं से जरूरतमंदों की मदद करने के लिए कहा है।
दोषियों पर की जाएगी शख्त कार्रवाई – नितिन पटेल
उधर, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि इस घटना के दोषियों पर सखत कार्रवाई की जाएगी। फायर ब्रिगेड अधिकारी ने बताया कि इमारत के टॉप फ्लोर पर अवैध तरीके से प्लास्टिक का शैड बनाकर कॉमर्शिलय उपयोग हो रहा था, वहां बड़ी संख्या में टायर रखे थे, जिनमें आग लगने से धुआं का गुबार फैल गया।
बिल्डिंग में मौजूद थे 50 से ज्यादा छात्र
मौके पर पहुंचीं फायर ब्रिगेड की 19 गाड़ियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। बताया जा रहा है कि घटना के वक्त बिल्डिंग में 50 से ज्यादा बच्चे और टीचर मौजूद थे। स्थानीय लोगों और प्रशासन का कहना है कि ज्यादातर छात्रों की मौत घबराहट में बिल्डिंग से छलांग लगाने की वजह से हुई है।

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